कपड़े पर GST की दर 5% से बढ़ाकर 12% किए जाने के विरोध में भोपाल, बैरागढ़ (संत हिरदाराम नगर) सहित प्रदेशभर के हजारों कपड़ा व्यापारी विरोध जता रहे हैं। बैरागढ़ के होलसेल और रिटेल कपड़ा व्यापारी गुरुवार को सड़क पर उतरे और विरोधस्वरुप दुकानें बंद रखी। उन्होंने नारेबाजी कर जीएसटी दरें बढ़ाने का विरोध भी जताया।
बैरागढ़ में कपड़े की करीब 350 होलसेल (थोक) और रिटेल की 300 दुकानें हैं, जो गुरुवार को बंद रखी गईं। यहां हर रोज एवरेज 10 से 12 करोड़ रुपए का कारोबार होता है। भोपाल समेत आसपास के 200 किमी दायरे में आने वाले जिलों से व्यापारी यहां आकर कपड़े की खरीदी करते हैं। गुरुवार को ग्राहकों को खासी परेशानी हुई।
दरें वापस लेने की मांग
नई दरें 1 जनवरी से लागू हो जाएगी। इसके चलते पिछले एक महीने से व्यापारी विरोध जता रहे हैं। न्यू मार्केट, लखेरापुरा, चौक, 10 नंबर, विट्ठन मार्केट आदि बाजारों में पोस्टर-बैनर लगे हुए हैं। पिछले दिनों व्यापारियों ने शाम को 20 मिनट तक दुकानों की लाइट बंद कर थाली-लोटा बजाकर विरोध किया था। इस प्रदर्शन के पीछे मकसद था कि सरकार व्यापारियों की इस मांग को मानें और ग्राहकों को भी राहत दे दें। बावजूद कोई निर्णय नहीं लिए जाने के बाद गुरुवार को उन्होंने सड़क पर उतरकर विरोध जताया और दुकानें बंद रखीं।
दरें वापस नहीं ली जाती, तब तक प्रदर्शन रहेगा जारी
मप्र जीएसटी संघर्ष समिति में शामिल संघ के पूर्व अध्यक्ष वासुदेव वाधवानी और दीपक वाधवानी ने बताया, सरकार कपड़े पर जीएसटी 5 प्रतिशत से बढ़ाकर 20 प्रतिशत कर रही है। इसके विरोध में लगातार प्रदर्शन किए जा रहे हैं। लोटा-थाली बजाने के बाद अब मार्केट बंद किया है। प्रदर्शन जारी रहेगा। सरकार यह बढ़ोतरी वापस लें। कपड़ा व्यापारी संघ के अध्यक्ष कन्हैयालाल इसरानी, दिनेश वाधवानी, कन्हैयालाल फतानी, किशनचंद चंदानी, सुरेश मंतानी, अनिल आसवानी, अनुराग वाधवानी, अमर वाधवानी आदि व्यापारी प्रदर्शन में मौजूद थे।