महिला सशक्तिकरण का उदाहरण प्रस्तुत करने अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर 8 मार्च को जिले में कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने नवाचार किया। इसमें नेत्र दिव्यांग जूडो खिलाड़ी दशरमन ढीमरखेड़ा निवासी सुदामा चक्रवर्ती को एक दिन का सांकेतिक कलेक्टर बनाया गया।
एक दिन के कलेक्टर के रूप में सुदामा चक्रवर्ती विभिन्न कार्यक्रमों में अतिथि के रूप में शामिल हुई और शासकीय कार्यालयों का भी निरीक्षण किया।
सुदामा चक्रवर्ती ने सुबह 7.30 बजे महिला दिवस पर आयोजित महिला मैराथन में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल हुईं। वीरांगना 2022 स्वच्छता मैराथन में शामिल हुईं। यहां उन्होंने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। सुदामा ने कहा कि अपने संदेश में कहा कि कोमल तू कमजोर नहीं, शक्ति का नाम ही नारी है। इसके बाद सुबह 10.30 बजे कलेक्ट्रेट पहुंची। यहां कलेक्टर प्रियंक मिश्रा सहित अधिकारियों ने पुष्पगुच्छ देकर कलेक्टर सुदामा चक्रवर्ती का स्वागत किया। इसके बाद जिला पंचायत सभागार में सुदामा चक्रवर्ती की उपस्थिति में विभागीय समीक्षा बैठक का आयोजन किया गया। इस दौरान सुदामा चक्रवर्ती ने अधिकारियों को स्वच्छता की शपथ दिलाई। आरसेटी में प्रशिणार्थियों के बीच सुदामा चक्रवर्ती ने प्रमाण पत्रों का वितरण किया। नगरनिगम ऑडोटोरियम मे महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस पर आयोजित जिला स्तरीय कार्यक्रम में शामिल हुई।
जूडो खेल से आत्मरक्षा की सीख : बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा सुदामा चक्रवर्ती ने बताया कि सुदामा चक्रवर्ती ने बताया कि मैं चाहती हूं कि हमें यह समझना होगा कि रानी लक्ष्मीबाई कैसे अकेले अंग्रेजों से मुकाबला करने मैदान में उतर गई थीं। जूडो खेल मुझे इसलिए पसंद है क्योंकि इसमें आत्मरक्षा की सीख भी होती है जो महिलाओं के लिए जरूरी है।
तीन भाई दो बहनों में छोटी है सुदामा : तीन भाई और दो बहनों में वे सबसे छोटी हैं। पिता छोटेलाल ने मजदूरी कर पालन पोषण किया है। मां सुम्मी बाई घर का काम करती है। सुदामा ने बताया कि दिव्यांगता उनकी शुरुआती पढ़ाई में आड़े आई लेकिन उन्होंने शिक्षित होने का अपना सपना नहीं छोड़ा। सुदामा चक्रवर्ती शासकीय उच्चतर माध्यमिक महात्मा गांधी स्कूल से कक्षा 12वीं पास कर वर्तमान में श्याम सुंदर अग्रवाल महाविद्यालय सिहोरा में बीए द्वितीय वर्ष की छात्रा हैं। उन्होंने जूडो का प्रशिक्षण भी प्राप्त किया है। वे अपनी स्नातक की पढ़ाई के साथ जूडो का निरंतर अभ्यास पड़वार स्टेडियम स्लीमनाबाद स्थित प्रशिक्षण केंद्र में कर रही हैं। कटनी जिले की सुदामा चक्रवर्ती के जज्बे पर जर्मनी में फिल्म भी बन रही है। इसमें उनके हौसले को रेखांकित किया गया है।
इन प्रतियोगिताओं में पाई सफलता : 2017 में गुड़गांव दिल्ली में आयोजित पाचवें राष्ट्रीय जूडो प्रतियोगिता में सुदामा ने जीते स्वर्ण पदक मिला था। 2018 में राष्ट्रीय ब्लाइंड जूडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक प्राप्त किया था। 2021 में लखनऊ में आयोजित ब्लाइंड जूडो प्रतियोगिता में कांस्य पदक जीता था। कटनी कलेक्टर प्रियंक मिश्रा ने बताया कि महिलाओं को सम्मान देने के लिए विशिष्ट प्रतिभा वाली सुदामा को चुना है। महिलाएं विशेष हैं। यही संदेश सुदामा को एक दिन का कलेक्टर बनाकर दिया गया। सुदामा के पिता छोटे लाल ने अपने संदेश में कहा कि सभी को अपनी बेटियों को मौका देना चाहिए। उन्हें बिल्कुल भी कमजोर नहीं समझना चाहिए।