बारिश के शुरुआती दौर के साथ शहर सहित आसपास के क्षेत्रों के किसान कृषि संसाधनों से अब सोयाबीन सहित अन्य फसलों की बौवनी करने में जुट गए है। इस वर्ष पुरे जिले में 3 लाख 92 हजार 220 हेक्टयर क्षेत्र में सोयाबीन के साथ अन्य फसलों की बौवनी होगी। हालांकि पिछले वर्ष की तुलना में इस वर्ष 10 प्रतिशत सोयाबीन का रकबा कम हुआ है। कृषि विभाग ने 4 इंच बारिश होने के बाद ही किसानों को बौवनी करने की सलाह दी है।
खरपतवार नष्ट करके ही बौवनी करें
जिले में कुल खरीफ फसल का प्रस्तावित रकबा 3 लाख 92 हजार 220 हेक्टेयर रखा गया है। उप संचालक कृषि आर.पी. कनेरिया ने कृषक बंधुओं से अपील की है अच्छी गुणवता का बीज अंकुरण परीक्षण कर लें, खेत को अच्छी तरह तैयार करे एवं खरपतवार नष्ट करके ही बौवनी करे।
इन खरीफ फसलों की होगी बौवनी
इस वर्ष 2 लाख 82 हजार हेक्ट. में सोयाबीन, इसी प्रकार मक्का 55 हजार हेक्ट., ज्वार 17 हजार हेक्ट. में,उड़द 16 हजार हेक्ट., अरहर 9 हजार 500 हेक्ट. और मूंग 10 हजार 500 हेक्ट. एवं मूंगफली, कपास आदि का 2050 हेक्टयर क्षेत्र में बौवनी का लक्ष्य रखा गया है।