रिपोर्ट वीरेंद्र सिंह राजपूत
सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों की सकुशल निकासी के लिए भक्तों द्वारा आगर कोर्ट के सामने स्थित श्री नगर सेठ हनुमान मंदिर पर महा आरती का आयोजन किया गया जिसमें बड़ी संख्या में रहवासी शामिल हुए। सभी रह वासियों द्वारा टनल में फंसे मजदूरों की सकुशल निकासी एवं उनके स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना की।बता दें कि ये मजदूर सिलक्यारा छोर के अंदर खुदाई कर रहे थे. जिस सुरंग को यह लोग बना रहे थे उसका 2340 मीटर का हिस्सा तैयार हो था। इसी हिस्से में भूस्खलन के बाद पहाड़ का मलबा 200 मीटर की दूरी पर गिरा हुआ है। मलबा करीब 60 मीटर लंबाई में है मतलब मजदूर 260 मीटर के ऊपर फंसे हैं। यह मजदूर 12 नवंबर को हुए भूस्खलन में फंस गए। इन मजदूरों को टनल के अंदर गुमने फिरने करने के लिए दो किलोमीटर हिस्सा है। जिसमें इनके पास 50 फीट चौड़ी रोड और दो किलोमीटर लंबाई में टनल है, जिसमें यह लोग गुम फिर सकते हैं।प्राप्त जानकारी के अनुसार टनल में आठ राज्यों के मजदूर फंसे हुए हैं जिसमें हिमाचल प्रदेश से एक, उत्तराखंड से दो, उत्तर प्रदेश से आठ, बिहार से पांच, पश्चिम बंगाल से तीन, असम से दो, झारखंड पंद्रह, ओडिशा से पांच मजदूर टनल के अंदर फंसे हुए हैं।सिलक्यारा टनल में फंसे 41 मजदूरों के सुरक्षित बाहर निकलने के लिए देशभर में दुआएं की आ रही हैं।