मध्य भारत एरिया के अंतर्गत देश का एक बड़ा क्षेत्र आता है। क्योंकि मुख्यालय जबलपुर में है तो जीओसी को जबलपुर में बैठना हाेता है। इतना बड़े क्षेत्र में ऐसे हजारों सैनिक हैं जो देश की सेवा में हर वक्त समर्पित रहते हैं।
जिन्हें कोई नहीं जानता। ये भी अपने परिवार से दूर हैं अपनों से दूर हैं। ऐसे अनसीन, अनसंग सैनिकों को हर दिन याद करने के लिए मध्य भारत एरिया में कोबरा वारियर स्थल को बनाया गया। जिसका उद्घाटन जीओसी के पद पर एक साल रहने के बाद लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन ने अपने कार्यकाल के अंतिम दिन किया।
उन्होंने बताया कि यह स्थल या स्मारक ठीक जीओसी के कार्यालय के सामने बनाया गया है। जिससे जो भी जीओसी के पद को संभाले उसे आते-जाते समय हर दिन इन अनसीन सैनिकों की याद रहे कि उसे इन सैनिकों के लिए, उनके परिवार के लिए कुछ करना है। मध्य भारत एरिया के अंतर्गत करीब 13 लाख सेवानिवृत्त सैनिक भी हैं। इन सैनिकों ने भी अपना पूरा जीवन देश की सेवा के लिए समर्पित किया। इनके कल्याण के लिए कार्य करने की भी जीओसी की एक बड़ी जिम्मेदारी बनती है। पूर्व में भी मध्य भारत एरिया द्वारा सेवा निवृत्त् सैनिकों को मेडिकल सुविधा देने का कार्य किया जा रहा है। लेफि्टनेंट जनरल एस मोहन ने बताया कि राज्यपाल से मुलाकात कर सेवानिवृत्त सैनिकों को सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में सुविधा मिले इस विषय पर चर्चा की गई थी। पूरी जिंदगी देश की सेवा करने वाले सेवानिवृत्त सैनिकों के लिए सुपर स्पेशियलिटी अस्पतालों में स्थान नहीं है यह दुर्भाग्य है।