मध्य प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण तीन दिन से लगातार घट रहे हैं। इंदौर, भोपाल, जबलपुर, ग्वालियर में कोरोना के प्रकरण कम होने लगे हैं।
स्कूल खोलने का निर्णय अन्य राज्यों में कोरोना संक्रमण की स्थिति को देखते हुए आगे लिया जाएगा। इसके लिए विशेषज्ञों से भी परामर्श लिया जाएगा। यह बात मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने शनिवार को देर शाम मुख्यमंत्री आवास में कोरोना संक्रमण की स्थिति को लेकर समीक्षा बैठक में कही। बैठक में बताया गया कि कोरोना के मरीज अस्पतालों में कम संख्या में भर्ती हैं। अभी मध्य प्रदेश में कोरोना के सक्रिय प्रकरण 67 हजार 945 हैं। देश में भी कोरोना के प्रकरण कम होने लगे हैं। कोरोना मरीजों के ठीक होने की संख्या लगातार बढ़ रही है। वर्तमान में भोपाल में संक्रमण की दर इंदौर से ज्यादा है।
सीहोर सहित अन्य जिलों में अचानक संक्रमण की दर बढ़ गई है। 15 फरवरी तक कोरोना के प्रकरणों में कमी आने की संभावना है। मुख्यमंत्री ने कहा कि चिंता की कोई बात नहीं है, पर सतर्कता व सावधानी बरती जाए। मास्क का लोग उपयोग करें, यह सुनिश्चित किया जाए। अधिकारियों को निर्देश दिए कि घर पर रहकर स्वास्थ्य लाभ ले रहे मरीजों से लगातार संवाद किया जाए।
स्कूलों को खोलने के विषय पर चर्चा में मुख्यमंत्री ने कहा कि अन्य राज्यों में कोरोना की स्थिति को देखते हुए आगे निर्णय लिया जाएगा। विशेषज्ञों से भी सलाह ली जाएगी। सभी पहलुओं पर विचार करने के बाद ही स्कूल खोले जा सकेंगे। अपर मुख्य सचिव स्वास्थ्य मोहम्मद सुलेमान ने प्रस्तुतीकरण देते हुए बताया कि अभी 72 लोग आक्सीजन बैड और 150 आइसीयू हैं। बैठक में चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।