ग्वालियर के तीन कॉलेजों में नैक ग्रेड हासिल करने के लिए होना है निरीक्षण, उज्जैन मॉडल अपनाया जाएगा

उच्च शिक्षा विभाग ने नैक (नेशनल असेसमेंट एंड एक्रिडिएशन काउंसिल) के निरीक्षण को देखते हुए कालेजों में उज्जैन के शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय के माडल को लागू करने के निर्देश दिए हैं।

इस माडल को लागू करके नैक से ए प्लस की ग्रेड हासिल की जा सके। ग्वालियर जिले के केआरजी कालेज, साइंस कालेज व वृंदासहाय कालेज डबरा का नैक निरीक्षण होना है। इन कालेजों ने नैक निरीक्षण के लिए तैयारी भी शुरू कर दी है।

उज्जैन के शासकीय माधव विज्ञान महाविद्यालय ने नैक निरीक्षण को लेकर बेहतर तैयारी की थी। अलग-अलग प्रारूप तैयार किए, जिससे इस कालेज को ए प्लस का दर्जा मिला। नैक निरीक्षण के जो छह माडल होते हैं, उस दिशा में बेहतर काम किया गया। कालेज ने विद्यार्थियों के सहयोग के लिए आचार संहिता व नैतिक नीति लागू की थी। गवर्नेंस व लीडरशिप की श्रेणी में कालेज के विजन व मिशन के अनुसार काम किया गया। संस्थागत कार्यक्रमों में लिंग समानता आधारित कार्यक्रम किए गए। इंफ्रास्ट्रक्चर व लर्निंग रिसोर्स की श्रेणी में सुसज्जित कक्षाएं व प्रयोगशालाएं तैयार की गईं। रिसर्च की श्रेणी में शोध पत्र प्रकाशित कराए गए। टीचिंग लर्निंग की श्रेणी में कमजोर विद्यार्थियों की पहचान की गई। इन आधारों पर कार्य करने पर कालेज को ए प्लस की ग्रेड मिली थी।

जेयू ने नामांकन के लिए कालेजों को भेजा डाटाः जीवाजी विश्वविद्यालय (जेयू) ने सत्र 2021-22 में स्नातक व स्नातकोत्तर पाठ्यक्रमों में प्रवेश लेने वाले विद्यार्थियों का डाटा शासकीय और अशासकीय कालेजों के प्राचार्यों को भेज दिया है। यह डाटा लॉगिन आइडी पर भेज गया है। कालेजों से डाटा स्वीकृति मिलने के बाद नामांकन जनरेट किए जाएंगे। स्वीकृति पांच फरवरी तक देनी होगी। जेयू के परीक्षा नियंत्रक प्रो. डीएन गोस्वामी ने कहा है कि विश्वविद्यालय द्वारा कालेजों के विद्यार्थियों के नामांकन उच्च शिक्षा विभाग की ई-प्रवेश सूची के अनुसार जनरेट किए जा रहे हैं। यदि किसी छात्र का नामांकन गलत जनरेट होता है तो ऐसे छात्रों के परीक्षा फार्म स्वीकृत नहीं किए जाएं।

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