कोरोना काल में स्थानीय पर्यटन को बहुत पसंद किया जा रहा है। पर्यटकों को आकर्षित करने के लिए अब प्रदेश में एक और जल महोत्सव आयोजित करने का निर्णय लिया गया है।
हनुवंतिया के बाद अब मंदसौर जिले के गांधी सागर में भी जल महोत्सव आयोजित किया जाएगा। इसके लिए न केवल योजनाएं और पैकेज बना लिए गए हैं बल्कि टेंडर भी जारी कर दिए गए हैं। मध्य प्रदेश पर्यटन विकास निगम जल महोत्सव के जरिए गांधी सागर की तरफ पर्यटकों का ध्यान आकर्षित कर रहा है साथ ही उससे मंदसौर के अन्य पर्यटन स्थलों के अलावा उज्जैन और इंदौर को भी जोड़ा जा रहा है।
गांधी सागर के लिए यह है योजना
– सात दिवसीय जल महोत्सव अक्टूबर-नवंबर में होगा।
– वाटर और एयर स्पोर्ट्स एक्टिविटी के अलावा कला-संस्कृति से जुड़े कार्यक्रम होंगे।
– इसके अलावा आर्ट कैंप और कला प्रदर्शनी भी होगी।
– यहां टेंट सिटी भी बनाई जाएगी।
– यहां पर्यटकों को नाइट सफारी का मौका भी मिलेगा जो हनुवंतिया में नहीं है।
हर शहर को जान सकेंगे पर्यटक
इंदौर से गांधीसागर तक पर्यटकों को ले जाने के लिए विभाग ने विशेष पैकेज बनाया है। इसके तहत इंदौर, उज्जैन और मंदसौर को जोड़ा है। पैकेज के तहत उज्जैन में महाकाल ज्योतिर्लिंग, हरसिद्धी, मंगलनाथ, सांदिपनी आश्रम, राम घाट, मंदसौर में पशुपतिनाथ मंदिर, गांधीसागर में हिंगलाज किला, चतुर्भुजनाला, धर्मराजेश्वर मंदिर का भ्रमण कराया जाएगा।
इंदौर को भी मिलेगा लाभ
गांधी सागर के साथ इंदौर, उज्जैन और मंदसौर तीनों शहरों को बढ़ावा देने के लिए विशेष पैकेज तैयार किया गया है। पैकेज के तहत उज्जैन और मंदसौर के खास पर्यटन स्थलों की सैर पर्यटकों को कराई जाएगी। चूंकि बाहर के पर्यटक इंदौर आकर रवाना होंगे इसलिए उन्हें शहर के पर्यटन स्थलों की जानकारी भी दी जाएगी। गांधी सागर में मालाश्री टापू पर रेस्टोरेंट भी शुरू किया गया है और वहां तक जाने के लिए बोट क्लब भी शुरू किया जा चुका है। अनुकूल मौसम के मुताबिक अक्टूबर-नवंबर में जल महोत्सव शुरू किया जाएगा।
– एनके स्वर्णकार, रीजनल मैनेजर, मप्र पर्यटन विकास निगम