धार विधायक ने सीएम सौंपा नर्मदा जल का पत्र:- अमृत योजना फेज 2 में निकाय को नहीं लगेगा अतिरिक्त खर्च, अप्रैल से जून तीन माह के लिए मांगा पानी

धार शहर में बढ़ती हुई आबादी की जलापूर्ति के लिए नर्मदा का जल धार लाने के प्रयास अब और तेज हो गए हैं। क्योंकि अभी हाल ही में विधायक नीना विक्रम वर्मा ने इस मामले में सीएम से चर्चा की है। जिस पर सीएम ने आश्वासन दिया है।

गौरतलब है कि शहर के नजदीक ज्ञानपुरा से नर्मदा का जल बदनावर की ओर जाने वाला है। नर्मदा जल धार लाने के लिए विधायक श्रीमती नीना विक्रम वर्मा काफी समय से प्रयासरत हैं। बुधवार को भोपाल में विधायक दल की सीएम द्वारा बुलाई गई थी। उसमें विधायक नीना वर्मा भी मौजूद रहीं। बदनावर उद्वहन सिंचाई योजना के तहत धामनोद से बदनावर तक जाने वाली नर्मदा लाईन से धार को पानी देने की मांग को लेकर सीएम को पत्र सौंपा है।

अभी ये है स्थिति

दरअसल शहर में 3 तालाब और चंद नलकूपों के माध्यम से अभी तो पेयजल आपूर्ति की जा रही है, लेकिन भविष्य में धार के लिए पेयजल आपूर्ति एक बड़ी समस्या बन कर उभरने की संभावा है। जिसके निदान के प्रयास अभी से शुरू कर दिए गए हैं। इस परियोजना के पूर्ण क्रियान्वयन में करीब 3 से 4 वर्ष लगना है। सीएम की आरे से अनुमति मिलती है तो मां नर्मदा का आगमन धार में होने वाला है।

निकाय और राज्य पर नहीं आएगा बोझ

सीएम से मुलाकात के दौरान विधायक श्रीमती वर्मा ने बताया कि सिंचाई परियोजना में कृषि हेतु जल की आवश्यकता अनुरुप जल की आपूर्ति वर्ष में नवंबर से लेकर मार्च माह तक ही रहेगी। इसके बाद स्टैंड बॉय मोड अवधि में परियोजना रहेगी। अप्रैल-मई-जून ग्रीष्मकालीन ऋतु में धार को दो-तीन दिन ही पानी सप्लाई किया जाता है। यदि नर्मदा जल धार आ आता है तो शहर के सभी तालाबों में पर्याप्त पानी हो जाएगा और पेयजल आपूर्ति भी सुगम रहेगी।

स्टैंड बॉय मोड में भी 99 मेगा वॉट के विद्युत कनेक्शन का विद्युत वितरण कंपनी को अनुबंध के अनुसार भुगतान करना होगा। स्टैंड बॉय मोड के दौरान बिना अन्य खर्च के इसका सदुपयोग किया जा सकता है। धार को पानी देने में कोई अतिरिक्त विद्युत भार नहीं बढ़ेगा।

पैसा अमृत फेज 2 से मिलेगा

2055 तक की जनसंख्या को लक्षित करते हुए अमृत योजना फेज-2 के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा पेयजल आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए कहा है। धार के लिए नर्मदा के जल के उपयोग की अनुमति मिलने से निकाय को कोई अतिरिक्त खर्च नहीं लगेगा। इसके माध्यम से शहर के नजदीक बनने वाले परियोजना के इंटकवेल से पानी लाने के लिए पाईप लाईन बिछाई जा सकेगी। कुल मिलाकर विधायक ने धार में नर्मदा का जल लाने के लिए सीएम से अनुमति लेने हेतु उन्हें प्रत्येक बिंदू पर संतुष्ट करने का प्रयास किया है।

1 दिन में लबालब होंगे तालाब

सिंचाई परियोजना में एक इंटकवेल ज्ञानपुरा के पास बनाया जाना है। यहां पर ग्रेवेटी साईफन के माध्यम से पानी बदनावर भेजा जाएगा। इस इंटकवेल से पानी आसानी से कम खर्च में धार लाया जा सकता है। परियोजना में पाईप लाईन की क्षमता 16.02 क्यूबिक मीटर प्रति सेकेंड है। इस प्रवाह में मात्र 1 दिवस से कम समय में धार के तालाबों को पूर्ण रूप से भरा जा सकता है।

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