मध्य प्रदेश में 46 लाख 11 हजार ग्रामीण परिवारों तक नल से जल पहुंचाने की उपलब्धि पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान आज लाभार्थियों से वर्चुअल संवाद कर रहे हैं।
इसके लिए कार्यक्रम कुशाभाऊ ठाकरे हाल में चल रहा है । संवाद के लिए उन 16 जिलों के एक-एक ग्राम को चुना गया है, जिनमें जल जीवन मिशन के तहत ग्रामीण परिवारों तक नल से जल पहुंचाया गया है।मुख्यमंत्री ने दोपहर तीन बजे कुशाभाऊ ठाकरे सभागार पहुंचकर दीप प्रज्ज्वलित कर “जल जीवन मिशन” में लाभान्वित ग्रामीण परिवारों से संवाद कार्यक्रम का शुभारंभ किया। इस अवसर पर राज्य मंत्री – लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी बृजेंद्र सिंह यादव भी उनके साथ थे। मुख्यमंत्री भोपाल जिले के बिलखिरिया, सीहोर के सतपिपलिया, देवास के बरखेड़ा कायम, सागर के चकेरी, पन्ना के रायनगर, जबलपुर के नीमखेड़ा, मंडला के भंवरदा, सिवनी के मुनगापार, रीवा के जुड़मुनियां मुरली, नीमच के उम्मेदपुरा, अशोकनगर के सेहराई, छिंदवाड़ा के मऊ, अनूपपुर के हर्राटोला, उज्जैन के रणायरापीर, दमोह के सिमरीशुक्ला और निवाड़ी जिले के बवई ग्राम के लाभार्थियों से संवाद कर रहे है।
इस दौरान मुख्यमंत्री ने जल जीवन मिशन के लाभार्थियों से संवाद करते हुए पूछा कि घर पर पानी आने से ग्रामीण महिलाओं की जिंदगी में क्या बदलाव आया है। प्रदेश में चार हजार 44 ग्रामों में हर घर पानी पहुंचाया जा चुका है।
सीएम श्री चौहान से संवाद के दौरान अनूपपुर जिले के ग्राम हर्राटोला जनपद पंचायत से ममता चंद्रवंशी ने बताया कि उनके गांव के हर घर में नल से जल पहुंच रहा है। इससे पहले उन्हें घर से दूर कुआं या हैंडपंप से पानी लेने जाना पड़ता था।