उज्जैन । मंगलवार को सिंहस्थ मेला कार्यालय के सभाकक्ष में मप्र शासन के पर्यावरण, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा मंत्री श्री हरदीपसिंह डंग ने स्थानीय अधिकारियों के साथ विभागीय कार्यों की समीक्षा बैठक की। बैठक में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव भी मौजूद थे।
बैठक में पर्यावरण विभाग के अन्तर्गत लम्बित शिकायतों का शीघ्र-अतिशीघ्र निराकरण करने के निर्देश मंत्री श्री डंग द्वारा दिये गये। उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिये बनाये गये अधिनियम के अन्तर्गत उज्जैन में उद्योग पूरी शर्तों का अनुसरण कर रहे हैं अथवा नहीं। इससे सम्बन्धित जो भी शिकायतें आती हैं, उनका शीघ्र निराकरण किया जाये। जानकारी दी गई कि उज्जैन संभाग में पर्यावरण विभाग के अन्तर्गत 108 शिकायतें लम्बित हैं। इनमें से 90 शिकायतें रेड झोन, 14 शिकायतें ऑरेंज झोन और चार शिकायतें ग्रीन झोन में हैं। इन पर शीघ्र-अतिशीघ्र कार्यवाही करने के निर्देश दिये गये।
विभाग द्वारा अद्यतन जानकारी नहीं दे पाने पर मंत्री श्री डंग ने नाराजगी व्यक्त की तथा अगली बार से बैठक में पूरी तैयारी के साथ आने के निर्देश दिये। मंत्री श्री डंग द्वारा ऊर्जा विकास निगम के अन्तर्गत सोलर रूफटॉप योजना के तहत शासकीय कार्यालयों में लगाये जाने वाले सोलर प्लांट की अद्यतन स्थिति की समीक्षा की गई। साथ ही कुसुम ए, कुसुम बी और कुसुम सी योजना की समीक्षा की गई। जिला अक्षय ऊर्जा अधिकारी श्री दीपक बदानी द्वारा जानकारी दी गई कि उज्जैन संभाग के अन्तर्गत आगर, शाजापुर और नीमच में 1500 मेगावाट के सोलर पावर पार्क बनाये जा रहे हैं। इसके लिये जमीन अधिग्रहित कर ली गई है। उज्जैन में शासकीय जीडीसी, माधव विज्ञान महाविद्यालय और आईटीआई में सोलर रूफटॉप प्लांट लगाया गया है। मंत्री ने कहा कि उज्जैन सोलर रूफटॉप योजना के मामले में आदर्श संभाग के रूप में विकसित किया जाये।
बैठक में मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि जनता को शिप्रा का पानी शुद्ध मिले, इस हेतु नगर पालिक निगम पर्यावरण विभाग के साथ तालमेल स्थापित कर कार्य करे। शिप्रा शुद्धीकरण के लिये निरन्तर कार्य किये जायें। पीएचई विभाग हाल ही में बनाई गई नई कॉलोनियों में सीवर लाइन और पेयजल आपूर्ति के लिये प्लान बनाकर कार्य करे। खान नदी का पानी शिप्रा में नहीं मिलना चाहिये। इस हेतु विशेष प्रयास किये जायें।
बैठक में मंत्रीद्वय द्वारा ऊर्जा साक्षरता अभियान के तहत कैलेंडर का विमोचन किया गया। बैठक में सम्बन्धित विभागों के अधिकारीगण मौजूद थे।