एनसीसी की बी और सी प्रमाणपत्र की परीक्षाएं आगामी दिनों में होने वाली हैं। कैडेटों को परीक्षा की तैयारी के लिए शिविरों का आयोजन अलग-अलग एनसीसी यूनिट द्वारा किया जा रहा है।
जिसमें वर्तमान में शहर में चार शिविर संचालित हो रहे हैं। जिनमें करीब हजार के लगभग कैडेट प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे हैं। कोरोना गाइडलाइन का पालन करते हुए कैडेट सुबह छह बजे शिविर में शामिल होकर दिन भर प्रशिक्षण लेते हैं और शाम को घर चले जाते हैं। शिविर में कैडेट को घुड़सवारी, परेड, हथियारों के प्रशिक्षण के साथ शिप माडलिंग, खेलों का प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
वेटरनरी महाविद्यालय में मिल रहा घुड़सवारी का प्रशिक्षण : वनएमपी आरएंडवी स्क्वाड्रन एनसीसी वेटरनरी महाविद्यालय द्वारा सीएटीसी-10 का आयोजन किया जा रहा है। कैंप कमांडेंट लेफि्टनेंट कर्नल जितेंद्र तनेजा के निर्देशन में कैडेटों को परेड, घुड़सवारी व हथियाराें का प्रशिक्षण दिया जा रहा है। एनसीसी ग्रुप मुख्यालय के ग्रुप कमांडर ब्रिगेडियर आर के चिकारा एसएम ने पहुंचकर शिविर का निरीक्षण किया। कैडेटों ने उन्हें गार्ड आफ आनर दिया। कैडेटों को सेवानिवृत्त कर्नल एसएस बघेल ने भारतीय सेना में भर्ती होने की जानकारी दी। इसके साथ ही नगर निगम के अग्निशामक दल द्वारा आपदा प्रबंधन के बारे में बताया गया। इस अवसर पर महाविद्यालय के अधिष्ठाता डा. आरके शर्मा ने ग्रुप कमांडर से मुलाकात की।
सीखे शिप के भागों के नाम : टू एमपी नेवल यूनिट एनसीसी द्वारा विद्यानगर खेल मैदान जीसीएफ में सीएटीसी-11 शिविर का आयोजन किया जा रहा है। कैंप कमांडेंट लेफि्टनेंट कमांडर अमित शर्मा के निर्देशन में शिविर में कैडेटों को शिप माडलिंग की जानकारी दी गई। विशेषज्ञ एसएम आइआरके अदलखा ने शिप माडलिंग के अंतर्गत शिप के सभी भागों के नामों और कार्यों को समझाया। साथ ही भारतीय नौसेना में इसके उपयोगों को बताया। नेवल पीआइ स्टाफ ने नेवी के सीमेनशिप की भूमिका, उपकरणों की जानकारी दी। बी प्रमाणपत्र के प्रशिक्षण के समाप्त होने के बाद आने वाले दो दिन और 52 एनसीसी कैडेट को सी प्रमाण पत्र के लिए प्रशिक्षण दिया जाएगा।
कैडेट ने लिया खेलों का आनंद : टू एमपी कन्या बटालियन द्वारा आयोजित शिविर में कैंप कमांडेंट कर्नल मकसूद अली खान के निर्देशन में अलग-अलग प्रशिक्षण चल रहा है। जिसमें पोस्टर मेकिंग, रस्साकशी, खो-खो जैसे खेलों में कैडेट सहभागिता कर रहे हैं। जिनका उद्देश्य कैडेटों में टीम भावना काे जागृत करना है।