लाइन स्टाफ की सेफ्टी को लेकर सजग बिजली कंपनी ने ट्रेनिंग प्रोग्राम के तहत इंदौर समेत सभी 15 जिलों के 2200 लाइन स्टाफ को फरवरी के अंतिम सप्ताह और मार्च में ट्रेनिंग दी है।
इन्हें नई तकनीक से रूबरू कराया गया, सेफ्टी एक्यूप्मेंट (उपकरण ) भी भेंट किए गए।
मप्रपक्षेविविकं के संयुक्त सचिव तरूण उपाध्याय ने बताया कि प्रबंध निदेशक अमित तोमर के निर्देश और मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग केलेंडर जारी कर अमल किया जा रहा है। इसी के अनुरूप सभी जिलों में सेफ्टी ट्रेनिंग अनिवार्य की गई है, ताकि सेवाओं में सुधार हो, कार्य के दौरान लाइन कर्मचारी को किसी प्रकार की कोई क्षति न हो। संयुक्त सचिव ने बताया कि इंदौर समेत सभी जिलों में ट्रेनिंग के दौरान सावधानियां रखने, उपकरणों के उपयोग, परमिट, प्राथमिक उपचार, आदर्श कार्यों के वीडियो आदि दिखाए गए। ‘ट्रेनिंग मौके पर डेमो भी हुआ, ताकि ट्रेनिंग में आने वाले स्टाफ को कार्य और उपकरणों डिस्चार्ज राड, झूला, प्लायर, ग्लोब्स, हेलमेट आदि के सही तरीके से उपयोग व सजगता, सावधानी रखने की जानकारी हो। प्रश्नोत्तरी के माध्यम से लाइन स्टाफ की जिज्ञासाओं का समाधान भी किया गया। ट्रेनिंग में स्वास्थ्य अधिकारियों को बुलाकर उपयोगी जानकारी के सत्र आयोजित किए गए।
लक्ष्य पूर्ति की समीक्षा
प्रबंध निदेशक तोमर वित्तीय वर्ष 2021-22 के अंतिम माह मार्च में वार्षिक राजस्व लक्ष्य पूर्ति की समीक्षा के साथ ही मार्च में कंपनी के शेष कार्यों की तैयारी की बैठक में संबोधित कर रहे थे। श्री तोमर ने कहा कि बड़े बकायादारों से सतत संपर्क किया जाए, इससे एरियर कम होगा, लक्ष्य पूर्ति में मदद मिलेगी। उपभोक्ता सेवाओं के बारे में भी सभी मैदानी अधिकारी और कर्मचारी गंभीरता से कार्य कर परिणाम सामने लाए। प्रबंध निदेशक ने कहा कि जिन जिलों में क्यूआर कोड से रीडिंग कमजोर है, वे तत्काल सुधार लाए। उन्होंने कहा कि ऊर्जस सेवाओं को सुशासन से जोड़ा गया है, ऊर्जस पोर्टल पर जितने में आवेदन आते है, उनका समाधान कर समय पर इंट्री हो, ताकि पैंडेंसी दिखाई न दे। कंपनी कार्मिकों का यह कार्य हमारी छवि को और बेहतर करने में मदद करेगा।
उन्होंने मीटर टेस्टिंग कार्य, विजिलेंस, आपूर्ति आदि के बारे में जानकारी ली और समय पर कार्य करने पर बल दिया। प्रबंध निदेशक ने 50 कार्यपालन यंत्रियों से भी सीधी बात की और जिन मापदंडों पर पीछे है, वहां द्रुतगति से कार्य के लिए निर्देशित किया। इस अवसर पर मुख्य महाप्रबंधक रिंकेश कुमार वैश्य, कार्यपालक निदेशक मनोज झंवर, संजय मोहासे, गजरा मेहता, वरिष्ठ अधिकारीगण पुनीत दुबे, बीएल चौहान, मनोज शर्मा, डीएन शर्मा आदि ने भी अपने कार्यक्षेत्र की जानकारी व मार्च की लक्ष्यापूर्ति की रणनीति प्रस्तुत की।