विकास की राह पर आगे बढ़ते इंदौर की जरूरतों को ध्यान में रखते हुए मप्र क्रिकेट संगठन (एमपीसीए) अब नए मैदान की जरूरत महसूस करने लगा है।
शहर में नया मैदान खरीदने के लिए 70 करोड़ रुपये का बजट पारित किया गया है। ग्वालियर में बनने जा रहे अंतरराष्ट्रीय स्टेडियम के निर्माण के लिए 200 करोड़ रुपये का बजट भी पारित किया गया है। इसके लिए प्रारंभिक किस्त के रूप में करीब 70 करोड़ रुपये पारित भी कर दिए गए। इसके साथ ही प्रदेश के क्रिकेटरों को प्रोत्साहित करते हुए 90 लाख रुपये के नकद पुरस्कार शनिवार को मप्र क्रिकेट संगठन ने वितरित किए। एमपीसीए की वार्षिक साधारण सभा (एजीएम) और सालाना पुरस्कार वितरण समारोह स्थानीय ब्रिलियंट कंवेशन सेंटर में आयोजित हुआ। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि केंद्रीय नागरिक उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया थे।
91 साल के वामनराव को सम्मानित करने मंच से उतरे सिंधिया – पूर्व क्रिकेटर 91 साल के वामनराव जगताप को निष्काम कर्मयोगी सम्मान दिया गया। जब उनका नाम पुकारा गया तो उनकी उम्र को देखते हुए सम्मान देने सिंधिया खुद मंच से नीचे उतर गए और जगताप के पास पहुंचकर उनका सम्मान किया। पूर्व क्रिकेटर राम अत्रे को भी निष्काम कर्मयोगी सम्मान दिया गया। दोनों को अलग-अलग एक लाख 11 हजार 111 रुपये की राशि दी गई। दिलीप चुडगर और नरेंद्र दुआ को लाइफटाइम अचीवमेंट पुरस्कार दिए गए।
इंदौर का रहा दबदबा – भारतीय टीम में शामिल इंदौर के आवेश खान और वेंकटेश अय्यर के अलावा महिला विश्व कप खेल रहीं शहडोल की पूजा वस्त्रकार को विशेष रूप से सम्मानित किया गया। तीनों ही खिलाड़ी कार्यक्रम में न आ सके। सिर्फ आवेश के स्वजन ने सम्मान लिया। समारोह में इंदौर का दबदबा रहा। इंदौर टीम को एमवाय मेमोरियल टूर्नामेंट में संयुक्त विजेता, हीरालाल गायकवाड टूर्नामेंट में सफल प्रदर्शन, बालिका अंडर-19 टूर्नामेंट में विजेता होने पर सम्मानित किया गया। कार्यक्रम के दौरान अध्यक्ष अभिलाष खांडेकर, सचिव संजीव राव, सह सचिव सिद्धियानी पाटनी, बीसीसीआइ प्रतिनिधि राजूसिंह चौहान सहित बड़ी संख्या में पूर्व व वर्तमान क्रिकेटर मौजूद थे।
आवेश के परिवार के लिए पूरे हॉल ने बजाई ताली – सिंधिया ने कहा कि आवेश को अंतरराष्ट्रीय क्रिकेटर बनाने में परिवार ने भी बहुत त्याग किया है। ऐसे में इनके सम्मान में सभी खड़े होकर तालियां बजाएं। इसके बाद पूरा हॉल तालियों की गड़गड़ाहट से गूंज उठा।
एजीएम में सिंधिया की तल्खी – यह क्रिकेट की संस्था है, पैसों के लिए न भागें – सम्मान समारोह से पहले हुई एजीएम में खेल विकास के लिए बजट आवंटित किया गया। सिंधिया ने तल्ख लहजे में कहा कि यह क्रिकेट की संस्था है, यहां पैसे के पीछे न भागें। यह नौकरी पाने का जरिया नहीं है। पूर्व प्रशासक स्व; डा. एमके भार्गव के कार्यकाल में एक लाख 96 हजार रुपये के गबन का विवाद था, जिसे अब राइटआफ कर दिया गया है। करीब दो दशक की कानूनी लड़ाई के बाद निचली अदालत में एमपीसीए यह केस हार गया था।