इंदौर में रंगपंचमी की सबसे बड़ी गेर – 5 लाख से ज्यादा लोग हुए शामिल, 3 मिसाइल, ​​​​20 ट्रैक्टर, 3 कंप्रेसर मशीनों से उड़े रंग-गुलाल

दो साल बाद मंगलवार को निकली रंगपंचमी की गेर ऐतिहासिक हो गई। इसमें 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए। गोराकुंड, इतवारिया बाजार, नरसिंह बाजार से शुरू हुई गेर में लोगों की भीड़ राजवाड़ा से जवाहर मार्ग तक देखी गई। लोगों को वाहन पार्किंग की जगह नहीं मिल रही थी। गेर के बाद अब राजवाड़ा समेत पूरे शहर में रंगपंचमी खेली जा रही है।

कलेक्टर मनीष सिंह ने बताया कि गेर में 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए हैं। यह पहले से दोगुना हैं। यह अब तक की सबसे बड़ी गेर कही जा सकती है। राजवाड़ा से रीगल तिराहे तक गेर का ही हुजूम दिखाई दे रहा था। इस बार राजवाड़ा में पैर रखने की भी जगह नहीं थी।

राधाकृष्ण फाग यात्रा में भगवा ध्वज लेकर चले युवा

मोरल क्लब की पहली गेर रंग उड़ाते हुए सबसे आगे चल रही थी। इसके बाद राजवाड़ा पर हिन्द रक्षक संगठन की फाग यात्रा पहुंची। राधा कृष्ण फाग यात्रा में सबसे आगे भगवा ध्वज लेकर युवक चल रहे थे। सभी भारत माता की जय के जयघोष लगा रहे थे। शहीद CDS बिपिन रावत को भी श्रद्धांजलि देते हुए एक ट्रक सबसे आगे चल रहा था।

राजवाड़ा पर गेर में इतने लोग आए थे कि पैर रखने की भी जगह नहीं थी। जिला प्रशासन का कहना है कि इसमें 5 लाख से ज्यादा लोग शामिल हुए।

शहीदों को श्रद्धांजलि दी गई

अलग-अलग रंग के साथ मोरल क्लब ने इस बार शहीदों को श्रद्धांजलि दी। अभिमन्यु मिश्रा और अन्य कार्यकर्ताओं ने बताया कि गेर में 20 से अधिक ट्रैक्टर, 3 कंप्रेसर मशीन और 3 मिसाइल से रंग और गुलाल बरसाए गए।

गेर में हिंद रक्षक की फाग यात्रा में भगवान कृष्ण की झांकी सबसे आगे चल रही थी। झांकी के आगे कई युवा भगवा ध्वज लेकर चल रहे थे।

दूसरे राज्यों से गेर देखने आए लोग

दराबाद, मुंबई, वडोदरा, अहमदाबाद सहित मध्यप्रदेश के कई हिस्सों से लोग गेर देखने पहुंचे थे। भीड़ को देखते हुए कलेक्टर मनीष सिंह और पुलिस कमिश्नर हरिनारायणचारी मिश्र सहित अन्य अफसर एक बिल्डिंग से माहौल पर नजर रखे हुए थे।

5 सेक्टर में बांटा था गेर मार्ग को

गेर मार्ग को 5 सेक्टर में बांटा गया था। डीजे के साथ ढोल और पानी के टैंकर से रंग डालने के प्रबंध किए गए थे। गेर के साथ बरसाना की टीम लट्ठमार होली खेलते चल रही थी। वहीं 8 हजार किलो टेसू के फूलों से गुलाल तैयार किया गया था। पांच गेरों में से टोरी कॉर्नर की प्रमुख परंपरागत गेर इस बार नहीं निकली।

गेर में ध्वज वाहिनी भी शामिल हुई। इसमें सैंकड़ों महिलाएं ने भाग लिया। दो साल बाद निकली गेर में शामिल होने के लिए लोगों में गजब का उत्साह था।

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