उज्जैन में ट्रिपल मर्डर का मामला सामने आया है। 74 साल की मां, उसके बेटे और पोते की हत्या कर दी गई। थाना चिमनगंज मंडी के हरिनगर स्थित मकान में महिला का शव पलंग पेटी के अंदर मिला। उसके हाथ-पैर बंधे थे। 28 किलोमीटर दूर इंगोरिया थाना इलाके में बुरावदा गांव में उसके बेटे और पोते के शव झाड़ियों में मिले। महिला का शव 5 दिन पुराना बताया जा रहा है।
बुरावदा में सोमवार की रात दो शव मिले थे। इनकी पहचान 45 साल के राजेश नागर और उनके 21 साल के बेटे पार्थ के रूप में हुई। पहचान पत्र के आधार पर पुलिस मंगलवार सुबह हरि नगर स्थित उनके घर पहुंची। मकान पर ताला लगा था। पड़ोस के लोगों से पता चला कि 5 दिन से किसी ने भी घरवालों को नहीं देखा। इसके बाद FSL टीम को बुलाया गया। एक-एक कर मकान के तीन ताले तोड़े गए। अंदर से बदबू आ रही थी। जब पलंग पेटी को खोला गया तो सरोज नागर की रजाई से ढकी लाश मिली। तीनों शव पर धारदार हथियार के निशान हैं।
पड़ोसियों से मेलजोल कम था
एडीशनल SP आकाश भूरिया, CSP अश्विन नेगी और फॉरेंसिक टीम ने घटनास्थल पर जांच की। पड़ोस में रहने वाले लोगों ने बताया कि परिवार में तीनों सदस्य का किसी से ज्यादा मेलजोल नहीं था। न ही किसी से बातचीत करते थे। राजेश की पत्नी भी उसके साथ नहीं रहती थी। परिवार के लोग ब्याज से रुपए देने का काम करते थे।
महिला की लाश पलंग पेटी में रजाई से ढंकी हुई मिली है। यह लाश 5 दिन पुरानी बताई जा रही है।
घर में रखे रुपए को छुआ तक नहीं, लेकिन कागजात तलाशे गए
शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि हत्या की वजह लूट नहीं है। घर में डेढ़ हजार रुपए मिले हैं। पूरे घर में किसी कागजात को खोजने की भी कोशिश की गई है। पुलिस को पूरा घर अस्त-व्यस्त मिला। पुलिस के मुताबिक अलमारी में कागजात को तलाशा गया है।