उज्जैन । महिलाओं की माली हालत सुधारने व उनकी आय बढाने के लिये प्रदेश सरकार एक के बाद एक जिम्मेदारी महिला स्व-सहायता समूह को सौप रही है। इसी के साथ सरकार ने स्व-सहायता समूहों को जलकर वसूली एवं कचरा प्रबंधन की भी कमान सौप दी है। जिससे की ग्रामीण महिलाऐं आत्मनिर्भर बन सके। सरकार के इस प्रयास से जहां विभागों को वसूली में मशक्कत से निजात मिलेगी वहीं महिलाओं की आय में भी बढोतरी होगी।
उज्जैन में स्व-सहायता समूहों ने इस जिम्मेदारी को निभाने के लिये सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर आगे बढने का निर्णय लिया है। जिसके तहत आज 16 अप्रेल को मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत उज्जैन के मागर्दर्शन में सिहस्थ मेला कार्यालय में जल कर वसूली एवं कचरा प्रबंधन को लेकर एक दिवसीय प्रशिक्षण का आयोजन किया गया जिसमें उज्जैन जिले के 6 विकासखंडों के ग्राम पंचायतों से अनुबंधित स्व-सहायता समूह की 120 महिलाओं ने भागिदारी की। प्रशिक्षण के दौरान म.प्र.डे.राज्य ग्रामीण आजीविका मिशन के अधिकारी/कर्मचारियों का विशेष योगदान रहा। साथ ही साथ पी.एच.ई. विभाग एवं स्वच्छ भारत मिशन के माध्यम से स्व-सहायता समूहों को किस प्रकार गांव में इन योजनाओं का क्रियान्वयन करना है, पर विस्तृत प्रशिक्षण देकर चर्चा की गई। प्रशिक्षण कार्यक्रम में पंचायत सचिव भी उपस्थित रहे|