उज्जैन । प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने शनिवार को बृहस्पति भवन के सभाकक्ष में जलाभिषेक अभियान के तहत पंचायत सचिवों के साथ बैठक की। मंत्री डॉ.यादव ने बैठक में निर्देश दिए कि उज्जैन में जलाभिषेक अभियान मां शिप्रा को समर्पित होगा। हमें शिप्रा नदी के तहत आने वाले जल संरक्षण क्षेत्र को बढ़ावा देना है। वर्तमान में आजादी के 75 वर्ष होने पर अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा है। इसी अनुक्रम में आगामी 15 मई तक 75 नए तालाबों का निर्माण शिप्रा नदी के केचमेंट एरिया के तहत किया जाएगा।
साथ ही भविष्य में शिप्रा नदी के जल को प्रवाहमान बनाने के लिए प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए गांव-गांव में माहौल बनाया जाएगा। उल्लेखनीय है कि आगामी 9 जून को शिप्रा परिक्रमा आयोजित की जाएगी। अतः प्रशासनिक स्तर पर तालाब निर्माण हेतु विशेष फोकस किया जाए। तालाबों का निर्माण तीव्र गति से किया जाए।
बैठक में सीईओ जिला पंचायत सुश्री अंकिता धाकरे, एसडीएम उज्जैन ग्रामीण श्री गोविंद दुबे, सीईओ जनपद पंचायत उज्जैन श्रीमती हेमलता शर्मा और विभिन्न पंचायतों के सचिव मौजूद थे। बैठक में जानकारी दी गई कि कुछ ग्राम पंचायतों हमीरखेड़ी, कंडारिया, खेमासा, उमरिया खालसा और ऐरवास में तालाब निर्माण स्थल पर कुछ अतिक्रमण है। मंत्री डॉ.यादव ने निर्देश दिए कि अतिक्रमण को शीघ्र हटाया जाए। उज्जैन में तालाब निर्माण कर पानी के भंडारण को बढ़ाया जाए। तालाब निर्माण की समय-समय पर वीडियो रिकॉर्डिंग करवाई जाए।
बैठक में जानकारी दी गई कि हर तालाब का निर्माण इस प्रकार किया जाए कि इसमें 10 हजार घन मीटर पानी रुकना चाहिए। तालाब की गहराई का विशेष ध्यान रखा जाए। पंचायत सचिव जल संसाधन के सब इंजीनियर के साथ निरंतर संपर्क में रहकर कार्य करें। मंत्री डॉ.यादव ने कहा कि तालाब निर्माण एक अच्छे भाव का कार्य है। निर्माण स्थल से अतिक्रमण हटाने में यदि कोई समस्या आती है तो संबंधित थाने अथवा एसडीएम से संपर्क करें।
मंत्री डॉ.यादव ने सभी को हनुमान जन्मोत्सव की बधाई दी। उन्होंने कहा कि जिस प्रकार हनुमानजी प्रभु श्री राम के सभी कार्य पूर्ण निष्ठापूर्वक करते हैं, उसी प्रकार मां शिप्रा के लिए तालाब निर्माण का कार्य सजगता, जागरूकता और संपूर्ण निष्ठा के साथ किया जाए| हमें मां शिप्रा के लिए पानी के संग्रहण क्षेत्र को बढ़ाना है|