2005 के बाद पॉलीटेक्निक कॉलेज की केमिकल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल ब्रांच को एनबीए से मान्यता दिलाने की तैयारी

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तीन ब्रांच को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन (एनबीए) से मान्यता दिलाने की तैयारी की जा रही
  • एक माह के भीतर भेजी जाएगी एसएआर, मान्यता मिली तो दूसरे शहरों के छात्रों का रुझान बढ़ेगा
  • पॉलीटेक्निक कॉलेज प्रबंधन के अनुसार इसके पहले 2005 में एनबीए का निरीक्षण हुआ था

देवास रोड स्थित शासकीय पॉलीटेक्निक कॉलेज में 2005 के बाद तीन ब्रांच को नेशनल बोर्ड ऑफ एक्रिडिटेशन (एनबीए) से मान्यता दिलाने की तैयारी की जा रही है। इन ब्रांच में केमिकल, इलेक्ट्रिकल और मैकेनिकल ब्रांच शामिल है। एक माह के भीतर इसकी रिपोर्ट एनबीए को भेजी जाएगी। एनबीए से तीन ब्रांचों को मान्यता मिलती है तो इससे दूसरे शहर के विद्यार्थियों के बीच भी कॉलेज में प्रवेश लेने के लिए रुचि बढ़ेगी। साथ ही विद्यार्थियों को इसके अन्य फायदे भी मिल सकेंगे।

पॉलीटेक्निक कॉलेज प्रबंधन के अनुसार इसके पहले 2005 में एनबीए का निरीक्षण हुआ था। इसमें पांच ब्रांच केमिकल, इलेक्ट्रिकल, मैकेनिकल, इलेक्ट्रॉनिक्स एवं सिविल ब्रांच को एक्रिडिटेशन मिला था। वर्तमान स्थिति को देखते हुए इस बार तीन ब्रांच के लिए ही आवेदन की प्रक्रिया कर रहा है। इसकी वजह यह है कि इन तीन ब्रांच में कॉलेज की स्थिति मजबूत है। कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य प्रो. आरसी गुप्ता ने बताया 2005 के बाद अब एनबीए का निरीक्षण होगा। सेल्फ असेसमेंट रिपोर्ट भेजने की प्रक्रिया एक माह के भीतर पूरी कर दी जाएगी।

सितंबर में निरीक्षण के लिए करेंगे आग्रह

एनबीए के निरीक्षण के लिए ऑल इंडिया काउंसिल फॉर टेक्निकल एजुकेशन के प्रतिनिधि भी गुरुवार को कॉलेज पहुंचे। उन्होंने प्रेजेंटेशन देखने के बाद एसएआर से संबंधित सुझाव दिए। प्रभारी प्राचार्य प्रो. गुप्ता ने बताया आगामी माह में सेमेस्टर एग्जाम होना है। इसके बाद एडमिशन प्रक्रिया चलेगी। एनबीए का दल जब कॉलेज पहुंचे, तब कॉलेज में विद्यार्थियों का होना जरूरी है, इसलिए एनबीए से सितंबर-अक्टूबर में निरीक्षण के लिए आग्रह किया जाएगा।

फायदा- मार्कशीट पर एनबीए एक्रिडिटेशन लिखा होगा, जॉब के बेहतर अवसर मिलेंगे

  • कॉलेज के विद्यार्थियों की मार्कशीट पर एनबीए एक्रिडिटेशन लिखा रहेगा। इससे उन विद्यार्थियों को जॉब के बेहतर अवसर मिल सकेंगे।
  • कॉलेज की साख बढ़ेगी और प्रदेश के अन्य शहरों से भी विद्यार्थियों के यहां प्रवेश लेने में रुचि बढ़ेगी।
  • विद्यार्थियों की संख्या बढ़ने से कॉलेज की आय बढ़ेगी। जिससे कॉलेज में विकास संबंधी कई कार्य हो सकेंगे।
  • अगर एनबीए एक्रिडिटेशन होता है तो बड़ी कंपनियां प्लेसमेंट के लिए कैंपस ड्राइव में ज्यादा रुचि दिखाएगी। इसका फायदा विद्यार्थियों को मिलेगा और उन्हें बड़ी कंपनियों में चयन के साथ अच्छे पैकेज मिल सकेंगे।
  • एक्रिडिटेशन मिलने के बाद सरकार से कई मदों में प्रस्तावों के आधार पर फंड मिलने में भी मदद मिलेगी।

ब्रांचों में फैकल्टी और प्लेसमेंट बेहतर
ब्रांच फैकल्टी प्रतिवर्ष औसत प्लेसमेंट
केमिकल ब्रांच 08 80 प्रतिशत से अधिक
मैकेनिकल 07 70 प्रतिशत से अधिक
इलेक्ट्रिकल 07 70 प्रतिशत से अधिक

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