सरकार द्वारा समर्थन मूल्य पर की जा रही खरीदी की आखिरी तारीख 31 मई है। 28 मार्च से शुरू हुई खरीदी को दो महीने बीत चुके हैं, लेकिन आधे किसान भी खरीदी केंद्रों तक नहीं पहुंचे हैं। ऐसे में उपज खरीदी का टारगेट इस मर्तबा पूरा होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है। अब तक 17 फीसदी किसानों ने अपनी उपज बेची है। वहीं, 136 करोड़ रुपए किसानों के खाते में पहुंचे हैं।
17 प्रतिशत किसान आए जिला आपूर्ति विभाग से प्राप्त जानकारी के अनुसार सरकारी खरीदी के लिए इस साल 41 हजार किसानों ने पंजीयन करवाया था, इसके बावजूद अब तक मात्र 7 हजार 102 किसान ही खरीदी केंद्रों तक पहुंचे। ऐसे में करीब 17 प्रतिशत किसानों ने ही इस ओर रुचि दिखाई है। किसानों से अब तक 7 लाख 8 हजार 102 मीट्रिक टन क्विंटल गेंहू खरीदा जा चुका है। खरीदे गए गेहूं का मूल्य राशि 143.30 करोड़ है, जिसमें से 29 मई तक कुल 136.28 करोड़ का भुगतान किया जा चुका है।
इधर, 90 किसानों का भुगतान भी तकनीकी दिक्कतों के चलते अटका हुआ है, इन किसानों ने अपनी उपज को दो सप्ताह पहले ही केंद्रों पर बेच दिया था, लेकिन राशि खाते में अभी तक नहीं आई है।जिला आपूर्ति अधिकारी एसएन मिश्रा के अनुसार केंद्रों पर पहुंच रहे किसानों से गेंहू खरीदी की जा रही हैं, अभी तक 7 हजार किसान आए है। अब दो दिन ओर खरीदी केंद्रों पर होगी। बता दें कि पहले 10 मई समर्थन मूल्य की खरीदी के लिए अंतिम तिथि घोषित की गई थी, लेकिन बाद में इसे बढ़ाकर 31 मई कर दिया गया था।