पीएम केयर फॉर चिल्ड्रन कार्यक्रम का आयोजन सोमवार सुबह साढ़े 10 बजे कलेक्ट्रेट स्थित एनआईसी कक्ष में किया गया। कार्यक्रम में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी वर्चुअली जुड़े। उन्हाेंने कहा कि बच्चे देश और समाज का भविष्य हैं, उनकी जिम्मेदारी हम सभी की है। कोरोना काल में कुछ बच्चों ने अपने माता-पिता को खोया है, लेकिन अब अपने आपको अकेला नहीं समझे, आज देश का हर नागरिक इन बच्चों के साथ है। मोदी ने कहा कि माता और पिता के स्नेह की भरपाई तो नहीं की जा सकती, लेकिन इस मदद के माध्यम से बच्चे अपना भविष्य जरूर बना सकते हैं।
10 बच्चों को मिलेगा लाभ, धार का बेटा भी शामिल
सहायक संचालक भारती डांगी ने बताया कि 11 मार्च 2020 से 28 फरवरी 2022 तक कोरोना महामारी के दौरान ऐसे बच्चे, जिन्होंने माता-पिता को खो दिया है। इन बच्चों काे केंद्र की पीएम केयर योजना में शामिल किया गया है। जिले के 10 बच्चों को इसका लाभ मिलेगा। इसमें धार के सुगंधी परिवार का बेटा भी शामिल है, जिसने काेराेना में अपने माता – पिता की खाेया है। वह जयपुर में रहकर इंजीनियरिंग की पढाई कर रहा हैं।
याेजना के तहत बकायदा बच्चों का एक खाता पोस्ट ऑफिस में खुलवाया गया है, जिसमें राशि जमा की गई है, अब इन बच्चों के 23 साल की उम्र होने के बाद करीब 10 लाख रुपए मिलेंगे। साथ ही बच्चों के स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए 5 लाख रुपए का आयुष्मान हेल्थ कार्ड भी बनाकर किट के माध्यम से दिया गया है। चयनित हुए 10 में से 8 बच्चे वर्तमान समय में नाबालिग है। वहीं, दो बच्चे शहरी क्षेत्र के हैं। इसके साथ ही इन बच्चों का आरटीआई के तहत नजदीकी केंद्रीय विद्यालय तथा निजी स्कूलों में एडमिशन भी करवाया गया है। इन बच्चों के खाते में स्कॉलरशिप की राशि भी प्रतिमाह पहुंचाई जाएगी। जिसका शुभारंभ भी पीएम मोदी ने साेमवार काे किया