‘इस बच्ची को ब्लड कैंसर है। इसका ऑपरेशन होने वाला है। कृपया 50 रुपए की मदद कर आप इसकी जान बचा सकते हैं। टाइम से ऑपरेशन नहीं हुआ, तो बच्ची की जान चली जाएगी’। सोशल मीडिया पर आपने इस तरह से आर्थिक मदद मांगने वाली कई अपीलें देखी होंगी। जिन्हें पढ़कर लोग पैसे भी भेज देते हैं। अगर आप भी ऐसा करते हैं, तो अलर्ट हो जाएं। क्योंकि ये ठगी का नया तरीका बन चुका है। लोगों को इसी तरह से फंसाने वाले एक 12वीं फेल साइबर ठग को भोपाल पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पेशे से कबाड़ी यह ठग IPS सचिन अतुलकर के नाम से झूठी आईडी बनाकर मदद मांग रहा था। इस मामले में पुलिस को शिकायत मिली थी। वह इसी तरह कई लोगों काे ठग चुका है।
DCP क्राइम ब्रांच अमित कुमार ने बताया कि आरोपी संतोष गुप्ता सतना जिले के चित्रकूट का रहने वाला है। वह कबाड़ी का काम करता है। इससे पहले वह फिल्म एक्ट्रेस की फर्जी आईडी बनाकर लोगों के साथ ठगी कर चुका है। यही नहीं, दिल्ली पुलिस के अफसरों की फर्जी आईडी बनाकर ऐसे ही फ्रॉड कर चुका है।
जल्दी पैसा कमाने के लालच में करने लगा फ्रॉड
पूछताछ में आरोपी ने बताया कि जल्दी पैसा कमाने की लालच के चलते वह फर्जी आईडी बनाने लगा। IPS अतुलकर की आईडी बनाने के बाद उसे पता नहीं चल पाया कि भोपाल पुलिस उसकी तलाश में जुटी है। उसने मोबाइल नंबर तक नहीं बंद किया था। पुलिस ने उसके पास से मोबाइल फोन और 2 सिम कार्ड जब्त किए गए हैं।
इंटरनेट पर खोजे ठगी के तरीके
संतोष ने पुलिस को बताया कि वह पहले छत्तीसगढ़ के रायपुर में रहता था। पिता की मौत के बाद वह चित्रकूट में मामा के घर आ गया। मामा ने चोरी का संदेह जताकर भगा दिया। इसके बाद वह कबाड़ का काम करने लगा। इसी बीच, उसने मोबाइल में इस तरह के ठगी के तरीके सीखे। प्लान के तहत उसने देशभर के पॉपुलर पुलिस अफसरों को गूगल में सर्च करना शुरू किया। अफसरों के फोटो निकालकर वह फेक आईडी बना ठगी करने लगा।
गूगल से निकालता था पॉपुलर लोगों की फोटो
संतोष विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर पॉपुलर लोगों की फोटो गूगल से निकाल कर फेक आईडी बना लेता था। इसके बाद लोगों को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजता था। जब लोगों को आईडी पर विश्वास हो जाता, तो गूगल से ही बीमार बच्चों की फोटो निकालता था। उसके इलाज के नाम पर मार्मिक अपील कर पैसे मांगता। इन पैसों को खुद के फोन-पे वॉलेट में जमा करवा लेता था। पैसे आने पर खुद के बैंक खाते से नकद निकाल लेता था।
ऐसे हुआ पूरे मामले का खुलासा
भोपाल के रहने वाले वसीम खान ने 29 मई को साइबर क्राइम ब्रांच में शिकायत की थी कि किसी ने फेसबुक पर ACP सचिन अतुलकर के नाम से फर्जी आईडी बनाई है। इसमें उनकी फोटो भी लगी है। उस आईडी से बच्ची के इलाज के नाम पर पैसे मांगे जा रहे हैं। इसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की। हालांकि इसे सच मानकर कई लोगों ने पैसे भी ट्रांसफर कर दिए।
बता दें कि अतुलकर भारतीय पुलिस सेवा के 2007 बैच के अधिकारी यूथ आइकन हैं। वह बॉडी बिल्डिंग को लेकर चर्चाओं में रहते हैं। उन्हें सुपर काॅप भी कहा जाता है।