उज्जैन नगर निगम के महापौर और 54 पार्षदों पद के लिए मतदान 6 जुलाई को सुबह 7 से शाम 5 बजे तक 568 मतदान केंद्रों पर होगा। मतगणना और चुनाव परिणामों की घोषणा 11 दिन बाद 17 जुलाई को होगी। इसके पहले निर्वाचन की सूचना का प्रकाशन आज 11 जून से शुरू हुआ शनिवार से ही महापौर और पार्षद पद के दावेदार अपना नाम नामांकन जमा कर सकेंगे। नामांकन जमा करने की आखिरी तारीख 18 जून और नाम वापसी की तारीख 22 जून निर्धारित की गई है।चुनाव लड़ने वाले प्रत्याशियों की नामजद सूची का प्रकाशन 22 जून को ही होगा। इसी दिन चुनाव प्रतीक चिन्हो का आवंटन भी होगा।
उज्जैन कोठी रोड स्थित निर्वाचन कार्यालय में नगर निकाय चुनाव को लेकर हलचल तेज हो गई है। आज से नामांकन की प्रक्रिया शुरू होने के बाद राजनैतिक सरगर्मी का पारा चढ़ने लगा है । कांग्रेस ने अपना महापौर पद का उम्मीदवार तय कर दिया है लेकिन गुटबाजी के कारण अलग अलग धड़ों में बटे नजर आ रहे है कार्यकर्ता। वहीं बीजेपी अब तक अपना महापौर का उम्मीदवार तय नहीं कर पाई है। मंत्री मोहन यादव , पूर्व मंत्री पारस जैन , सांसद अनिल फिरोजिया सहित संघठन द्वारा भेजे गए नामों पर चर्चा होने के बाद ही उम्मीदवार का नाम घोषित किया जाएगा। उज्जैन में मुख्य मुकाबला कांग्रेस और बीजेपी के बीच है। दोनों ही पार्टी अब तक 54 वार्ड के लिए पार्षदों के नाम फाइनल नहीं कर पाई है।
कई दावेदार सक्रीय हुए
चुनाव कार्यक्रम की घोषणा होने के बाद से ही महापौरऔर पार्षद पद के दावेदार सक्रिय हो गए थे । अपनी अपनी दावेदारी और समीकरण को लेकर बायोडाटा तक जिम्मेदारों को पंहुचा दिए गए है। लेकिन दोनों ही पार्टी ने 54 वार्डो के लिए पत्ते अब तक नहीं खोले है। हालांकि राजनीतिक दलों ने बैठके रोजाना हो रही है । कई उम्मीदवारों ने बिना टिकट मिले डोर टू डोर जनसंपर्क भी शुरू कर दिया है। इंटरनेट मीडिया पर बैनर-पोस्टर, मोबाइल पर मैसेज के जरिये अपना प्रचार करने के लिए एक्सपर्ट युवाओं को जिम्मेदारी दे दी है।