विदिशा और सीहोर में शनिवार को बारिश हुई। मौसम विभाग के मुताबिक भोपाल, इंदौर में भी शाम तक बूंदाबांदी हो सकती है। मध्यप्रदेश में एक्टिव प्री-मानसून की बारिश से कई जिलों में ठंडक घुल गई है और गर्मी से थोड़ी राहत मिली है। मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो गर्मी का असर सिर्फ दो दिन और रहेगा। 13 जून से पूरे प्रदेश में बारिश होने लगेगी। 15 जून के बाद मध्यप्रदेश में मानसून की एंट्री हो जाएगी और 20-22 जून तक मानसून प्रदेशभर में एक्टिव हो सकता है।
दो दिन से प्रदेश के कई इलाकों में प्री-मानसून एक्टिव है। इंदौर में बूंदाबांदी के बाद शुक्रवार को खरगोन-राजगढ़ में आधे घंटे तक तेज बारिश हुई। खंडवा, छिंदवाड़ा, जबलपुर, दमोह भी भीगे। राजधानी भोपाल में बादल छाए रहे। मौसम वैज्ञानिक डॉ. पीके साहा ने बताया, 13 जून से पूरे प्रदेश में प्री-मानसून एक्टिव हो जाएगा। यह गतिविधियां मुख्य मानसून आने तक बनी रहेगी। मानसून भी 15 जून के बाद एंट्री ले सकता है, क्योंकि मानसून आगे बढ़ रहा है। प्रदेश के इंदौर, खंडवा, खरगोन, बालाघाट, मंडला, शहडोल से मानसून एंट्री लेगा। 20 जून के बाद मानसून के पूरे प्रदेश में सक्रिय होने के आसार है।
ट्रैक पर लौट रहा मानसून
मौसम वैज्ञानिकों की मानें तो एक ही जगह अटका मानसून अब ट्रैक पर लौट रहा है। पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होने से 11 जून से थोड़ी राहत मिलेगी। मानसून अगले दो दिन में महाराष्ट्र पहुंच सकता है। महाराष्ट्र पहुंचने के बाद अगले दो दिन में उसके मुंबई तक पहुंचने की संभावना है। इसके बाद ही यह मध्यप्रदेश में आ जाएगा।
पारे में गिरावट दर्ज
शुक्रवार को खरगोन में 25 मिनट तेज बारिश हुई, जो 7 मिमी दर्ज की गई। राजगढ़ में करीब 30 मिनट तक तेज बारिश होती रही। छिंदवाड़ा और जबलपुर में भी बारिश रिकॉर्ड की गई। इंदौर और भोपाल में दिनभर बादल छाए रहे। बारिश के बाद गर्मी का असर कम हुआ। इससे दिन के तापमान में गिरावट दर्ज की गई। भोपाल में 41.9, इंदौर में 40, जबलपुर में 41.6 और ग्वालियर में 44.4 डिग्री तापमान रहा।