किसान सोयाबीन की बोवनी की तैयारी कर रहे हैं लेकिन सरकार ने अभी तक बीज के दाम तय नहीं किए हैं। सोसायटी पर उपलब्ध खाद के दाम भी अब तक घोषित नहीं हुए हैं। इसके अलावा इन दिनों पेट्रोलियम पदार्थों के संकट गहराने के कारण शहर सहित आस-पास के क्षेत्रों के पेट्रोल पंपों पर कतारे लगी है। इसको लेकर जनहित मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष हरीश आर्य के नेतृत्व में बड़ी संख्या में क्षेत्रवासियों ने ज्ञापन सौंपा है।
शुक्रवार को ज्ञापन के दौरान मध्यप्रदेश कांग्रेस पिछड़ा वर्ग जिलाध्यक्ष राजेश भूरा यादव ने कहा कि शहर के अलावा ग्रामीण क्षेत्रों के पेट्रोल पंपों पर डीजल उपलब्ध नहीं है। चयनित पेट्रोल पंपों पर डीजल प्राप्त करने के लिए किसान व जरूरतमंद उपभोक्ताओं को संघर्ष करना पड़ रहा है। ऐसे में किसान, आटो, ट्रैक्टर, पिकअप व चौपहिया वाहन चालक परेशान हैं। किसानों ने खेती से जुड़े कार्यों को देखते हुए डीजल का स्टॉक करना भी शुरू कर दिया है। वे डीजल लेने के लिए बड़े डिब्बे लेकर पेट्रोल पंप पहुंच रहे हैं। लेकिन पर्याप्त डीजल नहीं मिलने से किसानों और उपभोक्ताओं को एक पेट्रोल पंप से दूसरे पेट्रोल पंप पर दौड़ना पड़ रहा है। पंप संचालक समेत वाहन चालकों को हो रही परेशानी से गुजरना पड़ता है। वहीं पेट्रोल पंप पर जहां डीजल मिलता है वहां वाहनों की लंबी कतारें देखी जा रही हैं। उनका कहना है कि जबसे भाजपा सरकार आई हर तरफ परेशानी ही परेशानी का सामना लोगों को करना पड़ रहा है। इधर शहर कांग्रेस के अध्यक्ष ओम वर्मा ने कहा कि लंबे समय से किसानों की समस्याओं का समाधान नहीं हो पा रहा है। इस मौके पर ज्ञापन देने वालों में प्रीतम दयाल चौरसिया, अरुण राय, भगत सिंह तोमर आदि शामिल थे।