पीएचडी परीक्षा गड़बड़ी मामला – एनएसयूआई का आरोप व्यापम से बड़ा घोटाला, कुलपति ने कहा जांच के बाद एफआईआर

विक्रम विश्वविद्यालय में मार्च हुई पीएचडी चयन परीक्षा-2022 में अवैध रूप से की गई धांधली करने के मामले को लेकर एनएसयूआई के छात्र नेताओं ने विक्रम कीर्ति मंदिर में उच्च शिक्षा मंत्री के समक्ष प्रदर्शन करने पहुंचे थे, लेकिन मंत्री के जल्दी रवाना होने से कुलपति को घेरकर ठोस कार्यवाही को लेकर हंगामा किया। हालांकि कुलपति ने भी जांच कर दोषियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने का आश्वासन दिया है।

विक्रम विश्वविद्यालय की पीएचडी परीक्षा में धांधली होने की शिकायत सबूत के साथ मध्यप्रदेश युवक कांग्रेस के पूर्व प्रदेश सचिव बबलू खिंची ने एक दिन पहले ही राजभवन से लेकर आईजी और एसपी से की है। शनिवार को विक्रम विश्वविद्यालय के शोध संगोष्ठी कार्यक्रम में उच्च शिक्षा मंत्री डॉ. मोहन यादव भी अतिथि के रूप में पहुंचे थे। इधर NSUI और कांग्रेस से जुड़े नेता मंत्री डॉ. यादव को वस्तु स्थिति से अवगत कराने विक्रम कीर्ति मंदिर पहुंचे थे। हालांकि कांग्रेस नेताओं के पहुंचने के पहले ही मंत्री डॉ. अन्य कार्यक्रम के लिए रवाना हो गए थे। इधर कार्यक्रम स्थल पर पहुंचे कांग्रेस के छात्र नेताओं को समझाईश देकर कार्यक्रम के बीच से कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे को बुलाकर शिकायत की कॉपी देकर तत्काल कार्यवाही की मांग की।

छात्र नेता बोले उच्च शिक्षा मंत्री की छवि धूमिल कर रहे है

कुलपति पर बरसते हुए छात्रों ने कहा कि उच्च शिक्षा मंत्री का गृह नगर होने के बाद भी ऐसा कृत्य कर मंत्री की छवि खराब करने की कोशिश कर रहे है। छात्रों ने कहा कि कुलपति तत्काल पीएचडी की आंसर शीट को कब्जे में लेकर पुलिस को सौंपे और एफआईआर दर्ज कराएं। चयन परीक्षा में धांधली होना व्यापम से बड़ा मामला है। शिकायत संज्ञान में आते ही दोषी शिक्षकों को निलंबित किया जाए।

रिजल्ट जब्त कर पुलिस से जांच कराएंगे

कुलपति प्रो.अखिलेश कुमार पांडे ने कहा कि शिकायत सामने आई है। छात्र संगठन विश्वविद्यालय के आईना होते है। पूरा रिजल्ट जब्त कर पुलिस से भी जांच कराएंगे। अभी कॉपी सुरक्षित है। किसी के खिलाफ कुछ मिलता है तो पुलिस में भी शिकायत देंगे। हम दोषियों पर कार्यवाही करेगें। इसमें कुछ हमारे लोग ही विश्वविद्यालय की साख गिराने में लगे है।

ओएमआर शीट हाथ से क्यों जांची

छात्र नेताओं ने सवाल उठाए कि किसी भी परीक्षा की ओएमआर शीट की जांच मशीन से होती है। जिसमें कोई हेरफेर की गुंजाईश नही होती है। फिर विश्वविद्यालय प्रशासन ने पीएचडी चयन परीक्षा ओएमआर शीट पर परीक्षा ली तो मशीन से जांच क्यों नही कराई गई। हालांकि छात्र नेताओं की बात पर कोई भी जवाब नही दे पाया।

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