लगातार हो रही बारिश के बीच स्थिति को लेकर मंगलवार को कलेक्टर ने आपात बैठक राजस्व अमले के साथ ली। कलेक्टर गौतम सिंह की अध्यक्षता में जिले में हो रही बारिश को लेकर बैठक हुई। बैठक के दौरान कलेक्टर ने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि जब बाढ़ का पानी पुल के ऊपर हो तो आवागमन पूरी तरह से बाधित कर दे। किसी भी आपातकालीन स्थिति में वहां से किसी को भी नहीं निकलने दे। किसी भी कीमत पर किसी भी व्यक्ति के साथ कोई भी खतरा उत्पन्न नहीं होना चाहिए। इसके साथ ही अगर भवन जर्जर हो तो उसको तुरंत खाली करवाए।
मकान की स्थिति ज्यादा खराब हो और कभी भी गिर सकता है तो ऐसे मकान को गिरवाए। सभी लोग फील्ड में रहे तथा गांव वालों से संपर्क में रहे। इसके साथ ही सभी अधिकारी, कर्मचारी आपस में बात करें। बात करने में किसी प्रकार का ईगो न पाले। कोई भी कर्मचारी छोटा हो या बड़ा सभी से बात करें। सभी लोग समन्वय रखकर बेहतर परफॉर्मेंस दें। बैठक के दौरान एसपी अनुराग सुजानिया, जिला पंचायत सीईओ कुमार सत्यम, एडीएम आरपी वर्मा सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
बाढ़ के स्थानों पर सेल्फी लेने वालों को करें दूर
बाढ़ के स्थानों पर सेल्फी लेने वाले लोगों को वहां से दूर करें। पानी से लोगों को 100 से 200 मीटर की दूरी पर रखे। पर्यटन स्थलों पर विशेष तौर पर ध्यान रखें। इसके साथ ही किसी पुल पुलिया पर निकलते हुए लोगों के वीडियो पाए गए संबंधित अधिकारी की लापरवाही मानी जाएगी। होमगार्ड विभाग को सतत निगरानी के निर्देश दिए। एसडीएम एवं तहसीलदार होमगार्ड में रहने की बात कही। निकायों के जेसीबी, क्रेन ठीक अवस्था में रखने और जरूरत पडऩे पर तुरंत पहुंचा ने के निर्देश दिए।