अमलतास अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में मिल रही उत्कृष्ट आधुनिक सुविधाये


देवास– अमलतास नेत्र रोग विभाग की टीम उत्कृष्ट चिकित्सकीय एवं शल्यक्रिया सम्बंधित देखभाल प्रदान करने हेतु समर्पित है। नेत्र रोग विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ.वंदना तेलगोटे द्वारा बताया गया की नेत्र रोग विभाग में उपचार के लिए आने वाले मरीजों को एक ही छत के नीचे बेहतर से बेहतर उपचार सुविधाएं दी जा रहीं हैं। नेत्र रोग विभाग की ओपीडी में आंखों की सामान्य एवं गंभीर बीमारियों के लिए अत्याधुनिक उपचार की सुविधा है। यहां नेत्र रोगों की सर्जरी की संख्या में भी लगातार बढ़ोतरी हो रही है। अस्पताल में प्रतिदिन औसतन 20 से 30 नेत्र रोगियों की सफलतापूर्वक सर्जरी की जा रही है। नेत्र रोग विभाग में मोतियाबिंद के अलावा अन्य जटिल ऑपरेशन जैसे रेटिना, ग्लूकोमा एवं कार्निया के ऑपरेशन के साथ-साथ बच्चों की आंखों से सम्बन्धित सर्जरी भी सफलतापूर्वक की जा रही है। आंखों के इलाज और ऑपरेशन के लिए अत्याधुनिक मशीनें उपलब्ध हैं। यहां आधुनिक एवं नवीनतम नेत्र उपचार के उपकरणों में स्टिल लेम्प, बी-स्कैन, डायरेक्ट एवं इनडायरेक्ट ओप्थलम्स्कोप, फंड्स फोटोग्राफी ऑटो रेफ्रेक्टोमीटर, याग लेजर, , ऑप्थेल्मिक बायोमेट्री, ए स्कैन, किरैटोमीटर इत्यादि मशीनें उपलब्ध हैं। इन मशीनों की सहायता से आंखों की जटिल से जटिल बीमारियों के इलाज के लिए विषय विशेषज्ञ भी मौजूद हैं जो सप्ताह के सातों दिन ओपीडी में इलाज के लिए उपलब्ध रहते हैं। नेत्र रोग की पूरी यूनिट को हमने एक ही छत के निचे दे रखा है प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. दीपशिखा सोलंकी द्वारा बताया गया की अब आधुनिको मशीनों द्वारा मोतियाबिंद, कांचबिन्द, नाखुना और नासूर , आँखों का भेंगापन पलक का लकवा, पलक का अंदर चले जाना या बाहर आना आदि सभी नेत्र से सम्बंधित ऑपरेशन सफलतापूर्वक किये जा रहे है | अमलतास अस्पताल के नेत्र रोग विभाग में आल इंडिया इंस्टिट्यूट ऑफ़ मेडिकल साइंसेज न्यू दिल्ली के प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ एवं मोतियाबिंद ,कांचबिन्द एवं लेसिक सर्जन डॉ. अरुण पाटीदार द्वारा बताया गया की हमारे द्वारा अति आधुनिक मशीनों द्वारा बिना टांके एवं दर्द रहित के फेको(लेजर) पद्धति द्वारा प्रीमियम फोल्डेबल लेंस प्रत्यारोपण रियायती दरों पर सफलतापूर्वक संचालित किये जा रहे हे एवं यह ऑपरेशन इंजेक्शन रहित (ट्रापिकल एनेस्थीसिया ) द्वारा किये जा रहे है प्रसिद्ध पर्दा (रेटिना) रोग विशेषज्ञ डॉ. शिशिर उर्ध्वर्शी द्वारा बताया गया की आँखों की पर्दों का रक्तस्त्राव शुगर के कारण पर्दे में आयी समस्या (रेटिना विट्रीयस) सर्जरी का इलाज सफलतापूर्वक किया जाता है प्रसिद्ध नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉ. ममलेश्वरी पाटिल द्वारा बताया गया की हमारे यंहा आँखों की काली पुतली ( कार्निया ) की बीमारियाँ जेसे काली पुतली का छाला , सफेद पड़ना , चोट लगना इत्यादि का विश्वसनीय ईलाज एवं ऑपरेशन (केराटोप्लास्टी) जिसमें आँखों की काली पुतली बदली जाती है , सफलतापूर्वक संचालित किये जाते है अमलतास अस्पताल में ऑय बैंक की सुविधा भी उपलब्ध है जहां नेत्रदान से प्राप्त कार्निया को लम्बे समय तक सुरक्षित रखा जा सकता है एवं नेत्रदान से प्राप्त कार्निया के जरिए मरीजों की आँखों की रौशनी पुनः लौटाई जा सकती है।

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