कोरोनारोधी टीका लगवाने के बाद निगरानी में आधे घंटे तक बैठे लोगों की अब बीपी, शुगर, हीमोग्लोबिन आदि जांचें भी की जाएंगी। यह सुविधा भोपाल में काटजू अस्पतालल में शनिवार से शुरू की गई है।
इसके अलावा शहर में टीकाकरण के लिए पांच वैन भी शुरू की गई हैं। दोनों सुविधाओं का चिकित्सा शिक्षा मंत्री विश्वास सारंग ने शनिवार को काटजू अस्पताल से शुभारंभ किया।
केयर इंडिया नामक गैर सरकारी संगठन की तरफ से यह दोनों सुविधाएं शुरू की गई हैं। टीकाकरण वैन के संचालन में इंडसइंड बैंक ने भी मदद की है। केयर इंडिया में यह काम देख रहे स्वास्थ्य विभाग के पूर्व संचालक डा. बीएस ओहरी ने बताया कि काटजू अस्पताल में बीपी, शुगर, वजन, हीमोग्लोबिन जांच की सुविधा शुरू की गई है। टीका लगवाने के बाद लोगों को आधे घंटे तक निगरानी में बैठाया जाता है। इस दौरान लोगों की यह जांचें की जाएंगी। वजन देखने के बाद उनका बाडी मास इंडेक्स भी निकालकर बताया जाएगा। जांच के नतीजे असामान्य आने पर उनकी काउंसलिंग की जाएगी। उन्हें आगे सही जगह पर जांच कराने की सलाह दी जाएगी। इसके अलावा स्वस्थ जीवन शैली रखने के लिए लोगों को समझाइश भी दी जाएगी। उन्होंने बताया जाएगा कि स्वास्थ्यवर्धक आहार क्या हैं। खान-पान किस तरह से रखने की जरूरत है। इसके अलावा व्यायाम करने की सलाह भी दी जाएगी।
जहां 50 लोग, वहां पहुंचेगी वैन
मंत्री सारंग ने बताया यह वैन ऐसी जगह पर खड़ी की जाएंगी, जहां पर ज्यादा से ज्यादा लोगों को टीका लगाया जा सके। सार्वजनिक स्थल, मेला, अन्य तरह के कैंप में यह वैन भेजी जाएंगी। इसके अलावा किसी कालोनी में भी यदि 50 से ज्यादा लोग हैं तो इन एंबुलेंस को टीकाकरण के लिए भेजा जा सकेगा। 30 साल से ऊपर के लोगों को ही इन वैन के जरिए टीका लगाया जाएगा। दोनों तरह की वैक्सीन इनमें लगेगी।
बता दें कि भोपाल में 18 साल से ऊपर के 19 लाख 50 हजार लोगों को टीका लगाने का लक्ष्य था। इसके मुकाबले अभी तक 111 फीसद को पहली और 100 फीसद को दोनों डोज लग चुकी हैं। अब स्वास्थ्य विभाग का मुख्य ध्यान 15 से 18 साल तक की उम्र के सभी को दोनों डोज और स्वास्थ्यकर्मियों, अग्रिम पंक्ति के कर्मचारियों और दूसरी बीमायिों से पीड़ित 60 साल से ऊपर के लोगों को सतर्कता डोज लगाने पर है।