भोपाल में बच्चों के अभ्यास पुस्तिका की जांच में गड़बड़ी पाए जाने पर शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई

प्रदेश के पहली से आठवीं कक्षा के विद्यार्थियों को प्रयास पुस्तिका, अभ्यास पुस्तिका, ब्रिज कोर्स, एट ग्रेट और पाठ्यक्रम को पूरा करना है।

इन कापियों की जांच शिक्षक करेंगे। विद्यार्थी अभ्यास और प्रयास पुस्तिका लिखकर स्कूल में शिक्षकों से जांच करा रहे हैं। अब इन पुस्तकाओं की जांच शिक्षक कर रहे हैं और स्कूल शिक्षा विभाग के अधिकारी स्कूलों में जाकर औचक निरीक्षण कर रहे हैं। इसमें गड़बड़ी पाए जाने पर उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है।

राजधानी सहित भोपाल संभाग के सरकारी स्कूलों में कई बार शिक्षक विद्यार्थियों की कापी सही से जांच नहीं करते है। शिक्षक कापी जांच करने के दौरान बच्चों की गलतियों पर ध्यान नहीं दे रहे हैं। राजधानी में ऐसे 63 शिक्षक व भोपाल संभाग में कुल 556 के खिलाफ कार्रवाई की गई है।

दरअसल, राज्य शिक्षा केंद्र ने संभागीय संयुक्त संचालकों को टीम बनाकर पहली से आठवीं कक्षा के स्कूलों का औचक निरीक्षण कर शैक्षणिक गुणवत्ता परखने के निर्देश दिए थे। निरीक्षण के दौरान अकादमिक गतिविधियों में कमियां पाए जाने पर तत्काल निरीक्षणकर्ता द्वारा स्थल पर ही कारण बताओ सूचना पत्र जारी किया गया। भोपाल संभाग में संयुक्त संचालक राजीव तोमर ने भोपाल, विदिशा, सीहोर, रायसेन, राजगढ़ के जिला शिक्षा अधिकारी, जिला परियोजना समन्वयक, सहायक संचालक, बीआरसीसी की टीमें गठित की। भोपाल संभाग में 17 से 19 फरवरी के बीच 1995 स्कूलों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण दौरान छात्रों का अकादमिक स्तर तथा शिक्षकों द्वारा बच्चों की कापियों, अभ्यास पुस्तिकाओं को व्यवस्थित जांचा जा रहा है या नहीं इसकी भी मानिटरिंग की गई। इस दौरान औचक निरीक्षण में 1365 स्कूलों में 556 शिक्षकों के खिलाफ कार्रवाई की गई, जबकि राजधानी में 220 स्कूलों का निरीक्षण किया गया।

निरीक्षण के दौरान 63 शिक्षकों पर कार्रवाई की गई है। इसमें 54 शिक्षकों की वेतनवृद्धि रोकी गई व 9 शिक्षकों का वेतन रोका गया है। वहीं सघन निरीक्षण के दौरान भोपाल संभाग के 1995 स्कूलों का निरीक्षण किया गया। इन स्कूलों में से 1365 स्कूल ऐसे है, जिसमें विधिवत कापी जांच में सौ फीसद त्रुटि सुधार पाया गया। 630 ऐसे स्कूल मिले, जहां कापी जांचने का कार्य ही पूर्ण रूप से नहीं किया गया था। ऐसे स्कूलों के 556 शिक्षकों के खिलाफ अनुशासनात्मक कार्रवाई की गई है। उन शिक्षकों को स्थल पर ही वेतन रोकने अथवा वेतन वृद्धि रोकने के कारण बताओ सूचना पत्र जारी किए गए। संभागीय संयुक्त संचालक राजीव तोमर ने कहा कि भोपाल संभाग में निरीक्षण के दौरान 556 शिक्षकों का वेतन या वेतनवृद्धि रोकी गई है। इस प्रकार के सघन निरीक्षण भविष्य में संचालित होंगे। सभी शिक्षक नियमित रूप से स्कूल में उपस्थित रहे और विद्यार्थियों की वर्कबुक व कापियों की जांच विधिवत रूप से करें। उनमें त्रुटि पाए जाने पर त्रुटि सुधार कर विद्यार्थियों को समझाएं।

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