भोपाल में समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए 10 मार्च रजिस्ट्रेशन का आखिरी दिन है। बाकी बचे किसान आज रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। अबकी बार किसान किसी भी सेंटर पर गेहूं बेच सकेंगे। वे स्लॉट बुक कर टाइमिंग भी चुन सकते हैं। किसान नजदीकी पंजीयन केंद्र पर जाकर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इस दौरान आधार लिंक मोबाइल नंबर पर ओटीपी (वन टाइम पासवर्ड) भेजा जाएगा। यह दिखाने के बाद रजिस्ट्रेशन की प्रोसेस आगे बढ़ेगी। जिन किसानों के मोबाइल नंबर आधार से लिंक नहीं है, वे सेवा सहकारी समितियों पर बने सेंटर पर उपलब्ध बायोमीट्रिक डिवाइस से आधार सत्यापित कराने के बाद रजिस्ट्रेशन करा सकेंगे।
भोपाल में अब तक गेहूं बेचने के लिए 38 हजार 726 किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। उज्जैन जिले में सबसे ज्यादा 1 लाख 1426 किसान रजिस्ट्रेशन करा चुके हैं। प्रदेश में लगभग 1 लाख 91 हजार किसानों ने रजिस्ट्रेशन कराया है। आखिरी दिन 10 मार्च को यह आंकड़ा दो लाख के पार होने की संभावना है।
ऐसे भी करा सकते हैं रजिस्ट्रेशन
समर्थन मूल्य पर गेहूं बेचने के लिए किसानों को कई जगह रजिस्ट्रेशन की सुविधा दी गई है। किसान खुद अपने एंड्रॉयड फोन से पंजीयन कर सकते हैं। इसके अलावा ग्राम पंचायत, जनपद पंचायत, तहसील, सरकारी समिति, SHG/FPO द्वारा संचालित सुविधा केंद्र पर रजिस्ट्रेशन करा सकते हैं। इसके अलावा कियोस्क, लोक सेवा केंद्र, साइबर कैफे पर भी रजिस्ट्रेशन कराया जा सकता है। सरकार ने 50 रुपए का शुल्क तय किया है। पंजीकृत किसान उपार्जन केंद्र का स्वयं चयन करके दिन एवं समय का स्लॉट ऑनलाइन बुक करेंगे। इसी के आधार पर किसानों से गेहूं की खरीदी की जाएगी।
जहां स्लॉट बुक नहीं, वहां SMS मिलेगा
- जिन खरीदी केंद्रों में स्लॉट बुक नहीं होंगे, वहां से किसानों को SMS से खरीदी की सूचना दी जाएगी।
- किसान गेहूं देने के बाद उपार्जन प्रभारी और किसान के बॉयोमीट्रिक सत्यापन के आधार पर खरीदी का बिल जारी होगा।
- सत्यापन की व्यवस्था पंजीकृत मोबाइल में भेजे गए ओटीपी अथवा बायोमीट्रिक डिवाइस से की जाएगी।
- वृद्ध एवं शारीरिक रूप से अक्षम किसान गेहूं बेचने के लिए किसी भी व्यक्ति को नामांकित कर सकते हैं।
- इस वर्ष सभी खरीदी केंद्र में बायोमीट्रिक उपकरण अनिवार्य रूप से लगाए जाएंगे।
- रजिस्ट्रेशन के समय किसानों से बैंक खाते की जानकारी नहीं ली जा रही है। उनसे बैंक में लिंक मोबाइल नंबर और आधार संख्या की जानकारी दर्ज की जा रही है।
- आधार लिंक बैंक खाते में ही किसानों को उपार्जन के 48 से 72 घंटे के भीतर भुगतान किया जाएगा।