उज्जैन । मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय शर्मा ने बताया कि विश्व श्रवण दिवस के उपलक्ष्य में विश्व श्रवण सप्ताह के अन्तर्गत गत दिवस श्रवण बाधित बच्चों के जांच एवं उपचार हेतु मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय शर्मा के निर्देशन में शिविर का आयोजन जिला चिकित्सालय उज्जैन में संचालित डी.ई.आई.सी. (जिला शीघ्र हस्तक्षेप केन्द्र) पर किया गया। शिविर में जिले में कार्यरत आर.बी.एस.के. दल (राष्ट्रीय बाल स्वास्थ्य कार्यक्रम) द्वारा चिन्हांकित श्रवण बाधित बच्चों का निःशुल्क (बेरा/पीटीये) जांच/उपचार किया गया। शिविर मे आकाश हॉस्पिटल एवं डायग्नोस्टिक सेंटर इन्दौर द्वारा सेवायें प्रदान कर 25 बच्चों को कॉक्लीयर एम्पलान्ट हेतु एवं 29 बच्चों को श्रवण यत्र हेतु चिन्हित किया गया एवं 8 अन्य बच्चों की जांच कर आवश्यक उपचार प्रदान किया गया।
स्वास्थ्य शिविर में मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ.संजय शर्मा, डॉ.रौनक एल्ची नोडल अधिकारी आर.बी.एस.के., श्रीमती विनीशा सोलंकी डी.ई.आई.सी. मैनेजर आर.बी.एस.के. मोबाईल हेल्थ टीम के चिकित्सक व फार्मासिस्ट, डॉ.द्वारकाधीश भावसार, श्रीमती मंजु जोशी, श्री राजेश पटेल ने शिविर को सफल बनाया।
उल्लेखनीय है कि विश्व स्वास्थ्य संगठन अनुसार भारत बधिरता (बहरेपन) का प्रेवेलेंस 6.3 प्रतिशत है। इतनी बड़ी जनसंख्या में श्रवण बाधिरता होने के कारण शारीरिक, मानसिक एवं आर्थिक रूप से व्यक्ति कमजोर होता है। श्रवण संबंधी समस्या की सही समय पर पहचान की जाकर बधिरता को प्रारंभिक उपचार, हियरिंग ऐड, स्पीच थिरेपी एवं आॅपरेशन के माध्यम से रोका जा सकता है एवं इससे होने वाली विकलांगता को 50 प्रतिशत तक कम किया जा सकता है। श्रवण सप्ताह का उद्देश्य समुदाय एवं संस्था स्तर पर श्रवण संबंधी जानकारी एवं देख रेख हेतु जागरूकता लाई जाना। अभियान के दौरान श्रवण संबंधी समस्या से ग्रषित व्यक्तियों (विशेषकर बच्चें) का चिन्हांकन किया जाना। चिन्हित किये गए व्यक्तियों का उपचार (चिकित्सकीय/इंटरवेंशन/हियरिंग एड/सर्जिकल) प्रदाय किया जाना है।