इंदौर में अंगदान को बढ़ावा देने के संबंध में गुरुवार को सुपर स्पेशिएलिटी अस्पताल में बैठक हुई। इसमें सर्व सम्मति से निर्णय लिया गया कि अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए व्यापक प्रचार-प्रसार अति आवश्यक है।
इसके लिए अस्पताल परिसर, मुक्तिधाम एवं अन्य सार्वजनिक स्थानों पर अंगदान के महत्व के बारे में पोस्टर्स लगाए जाएं। इसी तरह विभिन्न जागरूकता कार्यक्रमों के माध्यम से भी अंगदान के लिए लोगों को प्रेरित एवं प्रोत्साहित किया जाए।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए सांसद शंकर लालवानी ने कहा कि अंगदान के लिए ब्रेन डेड मरीज का होना जरूरी है। इस विषय में कई दफा देखा गया है कि अस्पतालों के बीच समन्वय ना होने से ब्रेन डेड मरीजों के स्वजन को अंगदान के लिए प्रेरित नहीं किया जा सका है। इसलिए इस संबंध में एक स्थायी नोडल अधिकारी नियुक्त किया जाएगा जो विभिन्न अस्पतालों से समन्वय कर ब्रेन डेड मरीजों की जानकारी एकत्रित करेगा, जिसका उपयोग अंगदान के लिए किया जा सकेगा। बैठक में संभागायुक्त डा. पवन कुमार शर्मा, पद्मश्री जनक पलटा मैकगिलिगन, एमजीएम मेडिकल कालेज के डीन डा.. संजय दीक्षित, समाजसेवी संस्थाओं के सदस्य तथा निजी अस्पतालों के प्रतिनिधि उपस्थित थे।
मुख्य न्यायाधिपति ने की इंदौर की तारीफ
इंदौर। इंदौर खंडपीठ में सुनवाई करने आए मप्र उच्च न्यायालय के मुख्य न्यायाधिपति रवि मलिमठ का सम्मान किया गया। हाई कोर्ट बार एसोसिएशन द्वारा आयोजित कार्यक्रम में वकीलों को संबोधित करते हुए मुख्य न्यायाधिपति ने हाई कोर्ट बार एसोसिएशन इंदौर की तारीफ करते हुए कहा कि यहां के वरिष्ठ अभिभाषक सिर्फ उम्र में ही वरिष्ठ नहीं हैं बल्कि ज्ञान के मामले में भी बहुत आगे हैं। इंदौर को मजेदार खाने के लिए पहचाना जाता है लेकिन यहां के वकील भी बहुत शानदार हैं। मुख्य न्यायाधिपति ने कहा कि उनका सपना है कि मप्र न्याय व्यवस्था के मामले में भी सबसे आगे रहे। गौरतलब है कि मुख्य न्यायाधिपति इन दिनों इंदौर में ही प्रकरणों की सुनवाई कर रहे हैं।