प्रदेश के पुलिस महानिदेशक सुधीर सक्सेना ने नगरीय पुलिस भोपाल के अधिकारियों के साथ शनिवार शाम कमिश्नर कार्यालय में बैठक की। बैठक में पुलिस आयुक्त भोपाल मकरंद देऊसकर ने पुलिस कमिश्नर प्रणाली के संबंध में डीजीपी को पूरा कामकाज के बारे में विस्तार से जानकारी दी।
उनको प्रजेंटेशन देकर बताया कि पिछले दो महीने के भीतर बेहतर पुलिस कमिश्नरी के लिए पुलिसकर्मियों को क्या-क्या प्रशिक्षण दिए गए एवं क्या-क्या व्यवस्था लागू की गई, क्या बदलाव किए गए। इसके अलावा कमिश्नर प्रणाली में पुलिस कोर्ट की प्रक्रिया औरं इस दौरान आने वाले कठिनाइयों को लेकर भी चर्चा की गई। अपराधों की रोकथाम एवं महिला सुरक्षा को लेकर भविष्य की योजनाओं व नवाचार के बारे में भी डीजीपी को अवगत कराया गया। डीजीपी सुधीर सक्सेना द्वारा सभी अधिकारियों से पुलिस कमिश्नरी को लेकर विस्तृत चर्चा की गई और भरोसा दिलाया गया कि पुलिस कमिश्नरी में आने वाली सभी समस्याओं एवं जरूरतों का पुलिस मुख्यालय से अतिशीघ्र समाधान करवा दिया जाएगा तथा नगरीय पुलिस भोपाल के अधिकारियों से बेहतर पुलिस कमिश्नरी की अपेक्षा पर खरा उतरे।
थानों में पुलिस के 14 रजिस्टर हरदम रहें दुरुस्त
इस बैठक के दौरान डीजीपी ने पुलिस आयुक्त और बाकी डीसीपी से मिलकर एक बात पर अहम चर्चा की। उन्होंने कहा कि थानों में शिकायत या समस्या लेकर आने वाले लोगों के साथ अच्छा बर्ताव किया जाए। पुलिस आयुक्त प्रणाली में पुलिस को थाने में शिकायत करने आने वाले लोग संतुष्ट होकर जाएं, यह देखना हमारी जिम्मेदारी है। इसके साथ ही थानों में आपराधिक घटनाओं से जुड़े 14 रजिस्टर को दुरुस्त और अपडेट रखना थाना प्रभारी की जिम्मेदारी होगी। आला अधिकारियों को भी थानों में औचक निरीक्षण करके यह भी पता करते रहना चाहिए कि विभिन्न इलाकों में थाना प्रभारी और मैदानी पुलिस कैसा काम कर रही है और उनके व्यवहार व कार्यप्रणाली से जनता कितनी संतुष्ट है।