भव्य मंदिर के स्थान पर आई हॉस्पिटल – मंदिर बनाना चाहते थे लेकिन पता चला गांवों में आंखों का इलाज नहीं मिलता, इसलिए अस्पताल बनवा रहे

सिंहस्थ-2016 में स्वामीनारायण संप्रदाय बड़ताल के संतों ने त्रिवेणी व भूखी माता क्षेत्र में शिविर लगाया था। तय किया था मेले के बाद उज्जैन में भव्य मंदिर बनवाएंगे। इस बीच भक्तों से पता चला कि यहां अस्पताल की ज्यादा जरूरत है। संतों ने भक्तों के जरिए सर्वे रिपोर्ट पता करवाई तो पता चला कि यहां आंखों के औसतन 20 हजार मरीजों काे समय पर इलाज नहीं मिल पाता है। ऐसे में स्वामीनारायण संप्रदाय ने मंदिर बनवाने की बजाए यहां आई हॉस्पिटल बनवाने का निर्णय लिया और यह आकार लेने लगा। उम्मीद की जा रही है साल के अंत तक अस्पताल शुरू भी हो जाएगा।

उज्जैन से 10 किमी दूर चिंतामण-हासामपुरा मार्ग पर श्री लक्ष्मीनारायण देव मेडिकल रिसर्च फाउंडेशन द्वारा शिव ज्ञान मोतीलाल आई हॉस्पिटल नाम से निर्माण किया जा रहा है। स्वामीनारायण संप्रदाय के संत स्वामी आनंद जीवनदास महाराज की देखरेख में 2017-18 में करीब साढ़े तीन बीघा जमीन पर उक्त निर्माण शुरू कर दिया गया था।

अस्पताल का मंदिरनुमा डिजाइन कंसल्टेंट सुधीर सक्सेना ने तैयार किया है। अस्पताल का निर्माण कोरोना काल में बीच में रोकना पड़ा इसलिए देरी भी हुई। अब माना जा रहा है कि वर्ष के अंत तक काम पूरा हो जाएगा। उज्जैन के अलावा स्वामीनारायण संप्रदाय बड़ताल द्वारा कुक्षी में भी मल्टी स्पेशलिटी वाला 100 बेड के हॉस्पिटल का निर्माण करवाया जा रहा है। कई प्रांतों व शहरों में स्वामीनारायण संप्रदाय द्वारा मानव सेवा के ऐसे प्रकल्प चलाए जा रहे हैं।

एक एमडी फिजिशियन की ओपीडी में अन्य मरीजों को भी इलाज मिल सकेगा

आई हॉस्पिटल में एक एमडी फिजिशियन की ओपीडी भी संचालित होगी ताकि आंखों के अलावा अन्य रोगियों को भी इलाज मिल सके। संप्रदाय से जुड़े संतों का कहना है कि आई हॉस्पिटल शुरू होने के बाद वे उज्जैन के अलावा आसपास के विभिन्न जिलों में शिविर भी लगवाएंगे। जिनमें चिह्नित होने वाले रोगियों काे यहां लाकर इलाज दिया जाएगा।

संत ही करेंगे अस्पताल का संचालन और मैनेजमेंट भी देखेंगे

अस्पताल संचालन संतों द्वारा ही किया जाएगा और पूरा मैनेजमेंट भी वही देखेंगे। 50 बेड के अस्पताल में दो माड्यूलर सहित तीन ऑपरेशन थिएटर, लिफ्ट, डॉक्टर-सहयोगी स्टाफ रूम, पार्किंग, अत्याधुनिक मशीनों से लैस लैब, कैंटिन, मेडिकल सुविधाएं रहेंगी।

स्वामी आनंद जीवनदास महाराज ने बताया कि अस्पताल के लिए जमीन भक्त कमलेश भट्ट व अल्पना उपाध्याय से दान में मिली है। यहां सरकारी स्कीम के तहत रोगियों को नि:शुल्क और चेरिटी के आधार पर विभिन्न प्रकार की छूट यानी बेहद न्यूनतम दरों पर चिकित्सा सेवा दी जाएगी।

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