नगर के प्रमुख खजराना गणेश मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को नाकाफी बताते हुए खुफिया एजेंसी ने चिंता जताई है। उसने इस बारे में एक रिपोर्ट पुलिस आयुक्त को सौंपी है।
इसमें अनुशंसा की है कि मंदिर परिसर की बाउंड्रीवाल की ऊंचाई को बढ़ाया जाए। तारबंदी की जाए। सुरक्षाकर्मियों की संख्या बढ़ाई जाए।
देश की खुफिया सुरक्षा एजेंसी इंटेलिजेंस ब्यूरो (आइबी) और जिला इंटेलिजेंस की टीम ने खजराना गणेश मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था की पड़ताल की और इसे नाकाफी बताया है। मामले में एजेंसी ने पुलिस आयुक्त हरिनारायणाचारी मिश्र को एक रिपोर्ट सौंपी है। दरअसल, मंदिर का क्षेत्र काफी बड़ा है लेकिन सुरक्षा की दृष्टि से बनाई गई बाउंड्रीवाल की ऊंचाई करीब आठ फीट ही है। इसे आसानी से लांघ कर सुरक्षा में सेंध लगाई जा सकती है। रिपोर्ट में जेल की तरह बाउंड्रीवाल की ऊंचाई बढ़ाने और फेंसिंग करने के लिए लिखा गया है। मंदिर परिसर में एक निजी एजेंसी के करीब 40 सुरक्षाकर्मी व्यवस्था संभालते हैं। इनकी संख्या बढ़ाने के साथ-साथ परिसर में पुलिस की तैनाती व पुलिस चौकी प्रारंभ करने के लिए भी कहा गया है। परिसर में दस-पंद्रह स्थानों पर सुरक्षाकर्मियों की तैनाती का सुझाव दिया गया है।
संवेदनशील क्षेत्र
खजराना गणेश मंदिर काफी पुराना और आस्था का बड़ा केंद्र है। यहां प्रतिदिन हजारों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। बाहर से भी श्रद्धालुओं का मंदिर में आना-जाना लगा रहता है। विशेष दिनों में यहां अत्यधिक भीड़ रहती है। ऐसे में मंदिर की सुरक्षा गंभीर मसला है।
प्रशासन के हाथ में कमान
मंदिर का संचालन प्रशासन के अधीन है। प्रशासनिक अधिकारी ही मंदिर की व्यवस्था को संभालते हैं। ऐसे में खुफिया एजेंसी की रिपोर्ट में सुरक्षा को बेहतर करने की जिम्मेदारी पुलिस के साथ-साथ प्रशासन की भी मानी गई है। हाल ही में मंदिर में चार माह बाद प्रशासन ने दान पेटी को खोला, अब तक एक करोड़ रुपये से अधिक की दान राशि की गिनती हो चुकी है।
सुरक्षा अंकेक्षण करवा रहे हैं
फिलहाल खजराना मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आइबी व डिस्ट्रिक इंटेलिजेंस की रिपोर्ट मुझे नहीं मिली है, लेकिन संवेदनशील क्षेत्रों का सुरक्षा अंकेक्षण हम करवा रहे हैं।
– हरिनारायणाचारी मिश्र, पुलिस आयुक्त
सुरक्षा बेहतर करने के सुझाव दिए हैं
खजराना गणेश मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को लेकर आइबी व हमारी लोकल इंटेलिजेंस की टीम ने एक ज्वाइंट रिपोर्ट आयुक्त को सौंपी है। इसमें मंदिर की सुरक्षा व्यवस्था को बेहतर करने के लिए सुझाव दिए हैं।
– रजत सकलेचा, पुलिस उपायुक्त, इंटेलिजेंस/सुरक्षा