होली का त्योहार शुक्रवार को मनाया जाएगा। इससे एक दिन पहले ही छत्राएं होली के रंग में दिखी। कई इलाकों में एक दिन पहले ही होली मनाई जाने लगी। देवास गेट स्थित कालिदास कन्या विद्यालय में युवतियों ने गुरुवार को ही होली खेली। इस दौरान वे एक दूसरे को गुलाल लगाते मस्ती में दिखी। शहर के कई इलाकों में होली एक दिन पहले ही शुरू हो गई। स्कूल-कॉलेज समेत कई निजी संस्थानों में लोग होली मनाते हुए दिखे।
कॉलेज छात्रा निधि शर्मा ने कहा कि बीते दो वर्षों से कोरोना के कारण होली नहीं मना पाए थे। इस बार छूट मिली है। कोरोना का संक्रमण भी कम हुआ, तो जमकर होली खेली जाएगी। अन्य छात्रा अंजलि यादव ने बताया कि दोस्तों के संग के शुक्रवार को तो होली खेलेंगे ही, इससे पहले कॉलेज में खेलने को मिल गया।
शाम को महाकाल मंदिर में बनेगी विशेष होली
गुरुवार शाम को महाकालेश्वर मंदिर में संध्या आरती में गुलाल अर्पित कर महाकाल के साथ होली खेली जाएगी। इसके बाद गोधूलि बेला में होलिका का दहन होगा। मंदिर परिसर श्रद्धालु होली का पर्व मनाएंगे। शुक्रवार को शहर भर में होली खेली जाएगी।
पांच हजार कंडों की होली
उज्जैन की अनूठी होली सिंहपुरी में मनाई जाएगी। इसमें पर्यावरण का ध्यान में रखते हुए लकड़ी के बिना करीब पांच हजार कंडों से सजाई जाती है। इस भारी भी कंडों की पारंपरिक होली मनाई जाएगी। इधर, उज्जैन कलेक्टर हुड़दंगियों को लेकर दिशा निर्देश जारी किए हैं जिसमें होली, रंग पंचमी, शब ए बारात, गुड़ी पड़वा, विक्रमोत्सव आदि पर्वों को लेकर हरे वृक्ष काटने पर पाबंदी , जबरदस्ती रंग नहीं लगाने, चंदा वसूली नहीं करने, दोपहिया वाहनों पर तीन सवारी पर रोक लगाकर हिदायत दी गई है।