चैत्र अमावस्या पर कुम्भ जैसा नजारा, केडी पैलेस पर भारी भीड़ – रामघाट और केडी पैलेस पर आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे श्रद्धालु, बाहरी बाधा को दूर करने के लिए स्नान और भैरव पूजन

चैत्र अमावस्या पर सुबह से ही शिप्रा नदी और केडी पैलेस के 52 कुंड पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ रही। अल सुबह से ही महिला पुरुष बड़ी संख्या में आस्था की डुबकी लगाने पहुंचे थे। 52 कुंड पर नजारा कुछ अलग था , दरअसल वहां प्रेत आत्मा का साया और तंत्र मंत्र के नाम पर डुबकी लगाई जाती है और माना जाता है कि अमावस्या पर स्नान करने से बाहरी बाधा से मुक्ति मिलती है। इसी के चलते देश भर से कई श्रद्धालु अमावस्या पर डुबकी लगाने बावन कुंड पर पहुंचते है।

कोरोना प्रतिबंधों से मिली छूट के बाद भारी भीड़

दो वर्ष बाद कोरोना प्रतिबंधों से मिली छूट के बाद भूतड़ी अमावस्या पर भारी भीड़ दिखाई दी। मान्यता के अनुसार चैत्र कृष्ण पक्ष की अमावस्या तिथि को भूतड़ी अमावस्या के नाम से जाना जाता है। शुक्रवार को भूतड़ी अमावस्या पर शिप्रा नदी के किनारे रामघाट और दत्त अखाडा पर श्रद्धालुओं की भारी भीड़ स्नान करने पहुंची । केडी पैलेस पर भी ग्रामीण इलाकों से आये श्रद्धालुओं ने काफी तादाद में आस्था की डुबकी लगाई । ज्योतिष शास्त्र में अमावस्या को विशेष तिथि माना गया है। इस दिन नदी पवित्र नदियों में स्नान करने का महत्व होता है जिससे पितृों को मोक्ष की प्राप्ति होती है। रामघाट पर लगी भीड़ का नजारा कुम्भ जैसा दिखाई दिया। 52 कुंड पर सूर्य कुंड ,नाग कुंड , पिशाच कुंड ,जिन्न कुंड , भूत कुंड पर श्रद्धालु स्नान के बाद भैरव का पूजन करते है।

शिप्रा नदी का जल स्तर बढ़ा

शिप्रा नदी पर स्नान भूतड़ी अमावस्या पर हजारों श्रद्धालु शिप्रा तट पर स्नान के लिए पहुंचते है। लिहाजा शुक्रवार सुबह से ही यहां श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दी । हालांकि प्रशासन ने शिप्रा नदी पर पानी छोडने के कारण नदी का जल स्तर बढ़ गया है। इस दौरान होमगार्ड के जवान प्रमुख घाट पर श्रद्धालुओं को नदी में गहरा पानी होने की सूचना देते रहे। चैत्र मास की बड़ी अमावस्या होने के कारण प्रेत बाधा या अन्य बीमारी से ग्रसित लोगों को स्नान कराया जाता है।

मां शिप्रा को चुनरी अर्पित की

भूतड़ी अमावस्या पर मोक्षदायिनी मां शिप्रा को राम घाट पर पूजा आरती कर चुनरी अर्पित की गई। मां शिप्रा चुनरी यात्रा सुबह 9 बजे से शुरू होकर विभिन्न मार्गों से होकर राम घाट पहुंची तत्पश्चात चुनरी पूजन कर मां शिप्रा को अर्पित कर महाआरती हुई।अमावस्या पर नगर निगम द्वारा शिप्रा तट के रामघाट व अन्य घाट पर महिलाओं के वस्त्र बदलने के शेड़ नहीं लगाए थे इसके कारण महिलाओं को परेशानी हुई।

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