उज्जैन नगर निगम के गोंदिया स्थित ट्रेंचिंग ग्राउंड में बुधवार शाम से लगी आग 36 घंटे बाद भी शुक्रवार सुबह तक नहीं बुझ पाई है। कचरे के ढेर के अलग अलग हिस्सों में लगी आग अभी भी सुलगी हुई है और ये कब दोबारा विकराल रूप ले ले कहा नहीं जा सकता है।कुछ सार्टिंग मशीनें भी आग की चपेट में आ गईं। फिलहाल आग को पूरी तरह बुझाने के प्रयास किये जा रहे है।
शहर से 12 किमी दूर स्थित गोंदिया में कचरे से खाद और ईंधन बनाने का प्लांट लगा हुआ है इससे आरडीएफ (रि-यूज ड्राय फ्यूल) बनाया जाता है। बुधवार शाम करीब 6 बजे इसमें आग लग गई। जिससे धीरे धीरे आग पूरे प्लांट में फेल गई और वहां रखा ड्राय फ्यूल को चपेट में ले लिया। जिससे आग ने विकराल रूप धारण कर लिए। आग पर काबू पाने के लिए 50 से अधिक दमकल की गाड़िया लग चुकी है।वंहा बने आग बुझाने के सयंत्र और पानी का भी सहारा लिया गया लेकिन आग पर काबू पूरी तरह से काबू नहीं पाया जा सका है।
नरवाई से लगी आग
प्लांट संचालक ऋषभ सुराना के अनुसार आग आसपास के खेतों में नरवाई जलाने के कारण लगी है बुधवार शाम करीब 6 बजे आरडीएफ (रि-यूज ड्राय फ्यूल) के एक हिस्से में आग लगी। धीरे-धीरे आग फैलती गई। खासकर आरडीएफ वाले हिस्से से लपटें उठना बंद नहीं हुई। सुराना के अनुसार 24 घंटे तक लगातार पानी डालने के बाद भी अभी यह स्थिति नहीं है कि बचाव कार्य किया जा सके।
रि-यूज ड्राय फ्यूल ने पकड़ी आग
सुराना ने बताया की आग आरडीएफ वाले हिस्से से शुरू हुई और चारों तरफ फैलती चली गई। आग की चपेट में सार्टिंग मशीनें भी आ गईं। मशीनों के एक हिस्से में शहर से लाया गया कचरे का ढेर रहता है तथा दूसरी तरफ छंटा हुआ कचरा व आरडीएफ का स्टॉक रहता है। प्लांट के इस हिस्से को आग पूरी तरह चपेट में ले चुकी है। प्लांट का खाद बनाने वाला हिस्सा बच गया। प्लांट में पहले भी कई बार आग लग चुकी है। प्लांट शुरू होने के बाद कचरे ढेरों में भीषण आग लगी थी। उस समय केवल कचरा ही जला था