हम सफल उद्यमी कैसे बन सकते हैं हम नौकरियों की उम्मीद किसी से नहीं करें। सफल उद्यमी के तीन लक्षण हैं नजरिया, विश्वास एवं प्रतिबद्धता। अवसर पहचानने की क्षमता है तो हमें सफल उद्यमी बन सकते हैं। आप अच्छी किताबें पढ़े, अच्छे विचार सुने जिससे आप जीवन में सफल बन सकते हैं। उक्त बातें स्वावलंबी भारत अभियान के मुख्य वक्ता के रूप में सरस्वती विद्या मंदिर शाजापुर में आयोजित हुए कार्यक्रम के दौरान कौशल विकास के मास्टर ट्रेनर जसवंत सिंह बिष्ट ने विद्यार्थियों को संबोधित करते हुए कही। इस अवसर पर विशेष अतिथि के रूप में कलेक्टर दिनेश जैन, पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर, जिला शिक्षा अधिकारी अभिलाष चतुर्वेदी, विवेक दुबे, शैलेन्द्र सोनी, हुकुम सिंह धनगर, ज्योति प्रकाश माथुर, अजय पाल, संजीव मलिक भी उपस्थित थे।
कलेक्टर ने संबोधित करते हुए कहा कि रोजगार सृजन बड़ी आवश्यकता है। हम सभी जिले में बनने वाली स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग जरूर करें। हमारे गांव पहले से ही स्वावलम्बी थे। सभी परंपरागत रोजगार करते थे, उनके पास अपना कौशल था। कक्षा दसवीं से ही छात्रों को लर्न बाय अर्न का प्रयास करना चाहिए। पुलिस अधीक्षक जगदीश डावर ने कहा कि हमें हमारे घरों में बनी चीजों का उपयोग ही करना चाहिए। विद्यालय का उद्देश्य अच्छे नागरिक बनाना है। साथ ही विद्यालय से रोजगार युक्त व्यक्ति बनना चाहिए।
कार्यक्रम की शुरुआत अतिथियों के द्वारा भारत-माता के चित्र पर दीप प्रज्वलित कर की गई। कार्यक्रम के समापन पर शाजापुर जिले के सफल उद्यमियों का सम्मान किया गया। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से स्वावलंबी भारत अभियान के प्रमुख संगठन भारतीय किसान संघ,भारतीय मजदूर संघ,लघु उद्योग भारती, सहकार भारती, आरोग्य भारती,स्वदेशी जागरण मंच, सेवा भारती के कार्यकर्ता पदाधिकारी भी उपस्थित थे। कार्यक्रम का संचालन राहुल विश्वकर्मा ने किया तथा आभार प्राचार्य सुरेश जोशी ने माना।