मुजफ्फरनगर में पुलिस मुठभेड़ में एक बदमाश गोली लगने से घायल हो गया। जिसे उपचार के लिए अस्पताल पहुंचाया गया। जबकि दूसरे बदमाश को भी पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। गिरफ्तार किए गए दोनों बदमाशों से मेरठ से लूटा गया ट्रैक्टर और ट्राला बरामद हुआ है।
सीओ खतौली विनय कुमार गौतम ने बताया कि थाना शाहपुर पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली थी कि सोमवार रात को कुछ बदमाश अपराधिक घटना अंजाम देने के इरादे से आ सकते हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने मुखबिर के बताए स्थान पर चेकिंग शुरू की।
जब थाना शाहपुर पुलिस सौरम पुलिया के पास चेंकिग कर रही थी, तो एक ट्रैक्टर पर सवार होकर दो बदमाश आते नजर आए। जिन्हें रुकने का इशारा किया। लेकिन दोनों बदमाशों ने पुलिस पर फायरिंग कर दी। जवाबी फायरिंग में एक बदमाश पैर में गोली लगने से घायल हो गया। पुलिस ने दूसरे बदमाश को भी गिरफ्तार कर लिया है।
गाजियाबाद के राजनगर एक्सटेंशन स्थित चार्म्स कैसल हाउसिंग सोसाइटी में सोमवार रात खूब बवाल हुआ। एक अज्ञात शख्स ने सोसाइटी के पार्क में खेल रही डॉक्टर की मासूम बेटी को उठा लिया। अपहरण के शक में भीड़ ने उसको पकड़ लिया। बच्ची को छुड़ाकर आरोपी की जमकर पिटाई की। पुलिस आई और आरोपी को कस्टडी में ले लिया। भीड़ ने फिर से आरोपी को कस्टडी से छुड़ा लिया और पिटाई कर दी। चार थानों की फोर्स ने पहुंचकर हालात संभाले। फिलहाल हिरासत में लिए गए युवक से पूछताछ चल रही है।
सोसाइटी में रहने वाले डॉक्टर भावेश चौधरी की डेढ़ वर्षीय बेटी अद्विका सोमवार रात करीब 9 बजे अन्य बच्चों के साथ पार्क में खेल रही थी। इस दौरान एक अज्ञात व्यक्ति ने उसे कुछ खाने का लालच देकर गोद में उठा लिया और चलने लगा। सोसाइटी में घूम रहे अन्य लोगों ने उसे ऐसा करते देख लिया और बच्चा चोरी का शोर मचा दिया। आसपास के लोग इकट्ठा हो गए। उन्होंने संदिग्ध आरोपी को दबोचकर मासूम बच्ची को कब्जे में ले लिया।
इतने में सोसाइटी के वॉट्सएप ग्रुप पर मैसेज वायरल हो गया कि बच्चा चोर गैंग घुस आया है, सभी अपने-अपने बच्चों को देख लें। बस फिर क्या था, सोसाइटी में रहने वाले कई सौ रेजिडेंट्स अपने-अपने फ्लैट से बाहर सोसाइटी के कॉमन एरिया में इकट्ठा हो गए। उन्होंने आरोपी को दबोच लिया और मारपीट शुरू कर दी।
यूपी में 69 हजार शिक्षक भर्ती मामले में यूपी सरकार को झटका लगा है। हाईकोर्ट ने चयन सूची को रद्द कर दिया है। साथ ही 6800 शिक्षकों की चयन सूची को भी रद्द किया है। कोर्ट का कहना है कि आरक्षण तय करने में नियमों का पालन नहीं हुआ है। न्यायमूर्ति ओम प्रकाश शुक्ला की पीठ ने 117 याचिकाओं का निस्तारण करते हुए यह फैसला सुनाया।
पीठ ने राज्य सरकार को झटका देते हुए कहा कि राज्य के अधिकारियों ने सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा के तहत उत्तर प्रदेश में 69 हजार शिक्षकों की नियुक्ति के लिए आरक्षण तय करने में कई ‘अवैध’ काम किए हैं। न्यायमूर्ति शुक्ला ने कहा, ‘जाहिर है, एटीआरई 2019 में शामिल होने वाले आरक्षित श्रेणी के उम्मीदवारों के प्राप्तांकों और विवरण में कोई स्पष्टता नहीं थी। राज्य के अधिकारियों की ओर से इसके लिए कोई प्रयास नहीं किया गया।’
अदालत ने सरकार को आदेश दिया कि वह वर्ष 2019 में हुई सहायक शिक्षक भर्ती परीक्षा के बाद एक जून 2020 को जारी चयन सूची की अगले तीन महीने के अंदर समीक्षा करके समुचित आरक्षण तय करे। पीठ ने पांच जनवरी 2022 को जारी 6800 शिक्षकों की चयन सूची को भी रद्द कर दिया। पीठ ने चयन सूची सार्वजनिक होने के बाद नौकरी कर रहे शिक्षकों से सहानुभूति व्यक्त करते हुए कहा, ‘पहले से नियुक्त और वर्तमान में एटीआरई 2019 के आधार पर चयनित विभिन्न जिलों में तैनात सहायक शिक्षक अपने पद पर तब तक काम करना जारी रखेंगे जब तक कि राज्य के अधिकारी चयन सूची को संशोधित नहीं करते। इन शिक्षकों को परेशान नहीं किया जाएगा।उमेश पाल हत्याकांड में शामिल 5 शूटरों पर इनाम की राशि ढाई लाख से बढ़ाकर पांच-पांच लाख रुपए कर दी गई है। 24 फरवरी को प्रयागराज में उमेश पाल की हत्या की गई थी। इस घटना में अतीक अहमद का बेटा असद अहमद, अरमान, गुलाम, बमबाज गुड्डू मुस्लिम और शाबिर आरोपी हैं। पुलिस उनकी तलाश में प्रयागराज से लेकर लखनऊ तक छापेमारी कर रही है। लेकिन अभी तक उनका पता नहीं चल पाया है।