आगर मालवा_पुलिस मुख्यालय भोपाल द्वारा गुम बालक-बालिकाओं की दस्तयाबी हेतु विशेष अभियान चलाने के निर्देश के अनुपालन में, आगर मालवा जिले में पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह के मार्गदर्शन में तथा अनुविभागीय पुलिस अधिकारी सुसनेर श्री देवनारायण यादव व थाना प्रभारी सुश्री केसर सिंह राजपूत के नेतृत्व में थाना सुसनेर की पुलिस टीम द्वारा मात्र 12 घंटे के अंदर दो नाबालिगों को ढूंढ कर परिजनों को सुपुर्द किया।
घटना का विवरण:
दिनांक 24 मार्च 2025 को सूचनाकर्ता बालू पिता कालू मेघवाल निवासी ग्राम अरनिया का खेड़ा ने रिपोर्ट दर्ज कराई कि उसकी पत्नी दिनांक 21 मार्च 2025 को सुबह 11:00 बजे बिना बताए कहीं चली गई थी। घर पर उसके 11 वर्षीय पुत्र और 7 वर्षीय पुत्री ही थे।_
_दिनांक 02 अप्रैल 2025 को सूचनाकर्ता मजदूरी करने ग्राम गुंदलावदा चला गया और बच्चों को अपने भतीजे भगवान सिंह के घर छोड़ दिया। दिनांक 03 अप्रैल 2025 को सुबह 10:00 बजे जब भगवान सिंह सुसनेर गया और शाम 4:00 बजे वापस लौटा तो उसने बच्चों को घर पर नहीं पाया। काफी तलाश के बाद भी जब बच्चों का कोई पता नहीं चला तो तब तत्काल थाने में रिपोर्ट दर्ज कराई।_
पुलिस कार्यवाही:
_थाना सुसनेर में अपराध क्रमांक 81/2025, धारा 137(2) भारतीय न्याय संहिता के तहत मामला दर्ज कर विवेचना प्रारंभ की गई। पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह के निर्देशन में अलग-अलग टीमें गठित की गईं।
पुलिस टीम ने लगातार 12 घंटे तक अथक प्रयास कर संभावित स्थानों पर खोजबीन की, सीसीटीवी फुटेज खंगाले, और तकनीकी विश्लेषण के आधार पर पता लगाया कि दोनों बच्चे सारंगपुर की ओर जाने वाली बस में सवार हुए थे। तुरंत कार्रवाई करते हुए पुलिस टीम ने सारंगपुर बस स्टैंड पर अलर्ट जारी कर सभी बसों की जांच की, जिसके परिणामस्वरूप दोनों बच्चों को सारंगपुर से आगर आने वाली बस में बैठा पाया गया। पुलिस की त्वरित कार्रवाई से किसी भी अप्रिय घटना को टालते हुए बच्चों को सुरक्षित परिजनों को सौंप दिया गया। पूछताछ करने पर बच्चों ने बताया कि वे अपनी मां की तलाश में सारंगपुर चले गए थे। पुलिस टीम द्वारा तत्काल उन्हें थाने लाकर आवश्यक कार्यवाही उपरांत परिजनों को सौंप दिया गया।
जिला पुलिस अधीक्षक श्री विनोद कुमार सिंह ने इस सफल अभियान में शामिल पुलिस टीम की सराहना की और उनके प्रयासों को प्रोत्साहित करने के लिए पुरस्कृत करने की घोषणा की।