इंदौर के लिए वंदे भारत ट्रेन का इंतजार जल्द ही खत्म हो सकता है। इंदौर से जबलपुर और इंदौर से जयपुर के बीच वंदे भारत ट्रेन चलना प्रस्तावित है, हालांकि मध्यप्रदेश को पहली वंदे भारत ट्रेन मिल चुकी है। पिछले दिनों भोपाल से दिल्ली के बीच ट्रेन का संचालन शुरू हुआ।
भोपाल से पिछड़ने के बाद इंदौर के लिए कवायद तेज हो गई है। संभावना है कि अगले महीने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इंदौर-जबलपुर के बीच प्रदेश की दूसरी हाईस्पीड ट्रेन का उद्घाटन जबलपुर से कर सकते हैं।
दरअसल, रेलवे बोर्ड से पश्चिम मध्य रेलवे के जबलपुर मुख्यालय को मिले इशारे के बाद एक बार फिर जबलपुर-इंदौर वंदेभारत ट्रेन को चलाने की तैयारियां तेज हो गई हैं। पिछले दिनों जबलपुर रेल मंडल के अधिकारियों ने जबलपुर स्टेशन का दौरा कर निरीक्षण किया और तैयारियों का जायजा लिया।
इस दौरान डीआरएम विवेक शील के अलावा मंडल के ऑपरेटिंग, इंजीनियरिंग, मैकेनिकल, कमर्शियल विभाग के आला अधिकारी मौजूद थे। वहीं तकनीकी पहलुओं का अध्ययन कर यह तय किया जा रहा है कि किस प्लेटफार्म से ट्रेन को चलाया जाएगा।
संभावना जताई है कि वंदे भारत ट्रेन का रैक पश्चिम मध्य रेलवे को इस माह के अंत या मई की शुरुआत में मिल सकता है। उसके बाद इंदौर तक ट्रेन का ट्रायल लेकर तकनीकी पहलुओं की जांच की जाएगी, हालांकि इंदौर में अधिकारियों ने तैयारी पूरी होने की बात कही है। उनका यहां तक कहना है कि जैसे ही रैक मिलेंगे ट्रेन चला दी जाएगी।
बता दें कि इंदौर में अधिकारी काफी समय पहले से वंदे भारत ट्रेन के संचालन की तैयारी में जुटे हैं। सभी को उम्मीद थी कि प्रदेश की पहली वंदे भारत ट्रेन इंदौर से चलेगी लेकिन ऐसा नहीं हुआ। अगले महीने मई में गुवाहाटी-पटना और लखनऊ-नई दिल्ली के बीच भी वंदे भारत ट्रेन शुरू होने की संभावना है। इसी के साथ इंदौर का भी नंबर लगेगा, ऐसे कयास लगाए जा रहे हैं।
इंदौर-जबलपुर के बीच ट्रैफिक को लेकर भी अधिकारी आश्वस्त हैं। उनका कहना है कि रूट पर ट्रैफिक को लेकर किया गया सर्वे पॉजिटिव रहा है। बेहतर सुविधा और दिन की ट्रेन होने से ये लोगों को रास आएगी।
लोगों को होगा फायदा
पश्चिम रेलवे के रतलाम रेल मंडल के पीआरओ खेमराज मीणा ने बताया कि इंदौर से दो वंदे भारत ट्रेन का प्रस्ताव है। एक जयपुर और दूसरी जबलपुर के लिए है। ये सीटिंग ट्रेन है। इसमें सुविधाओं को एक तरह से अपग्रेड किया गया है। ये दिन की ट्रेन रहेगी। इसमें यात्रियों को बेहतर सुविधा देने की कोशिश की गई है। आने वाले दिनों में ट्रेन इंदौर से चलने की संभावना है। सर्वे में भी रूट पर ट्रैफिक दोनों जगह है। दिन की ट्रेन होने से लोगों को फायदा होगा। जैसे ही रैक मिलेंगे, हमारी तैयारी पूरी है। ट्रेन चला दी जाएगी। रेलवे बोर्ड ही सभी चीजों को तय करके ट्रेनें चलाता है।