प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रविवार को बाघों की संख्या के नए आंकड़े जारी किए। हर 4 साल में देशभर में बाघों की गणना होती है। बाघों की बढ़ती संख्या में इंदौर वन मंडल का भी योगदान है। इंदौर वन मंडल में 4 साल पहले 2 बाघ की मौजूदगी के प्रमाण थे, अब संख्या 5 हो गई है। जंगलों में लगे ट्रैप कैमरे में भी बाघ का मूवमेंट कैद हुआ है।
चोरल के जंगलों में बाघ घूमता हुआ कैमरे में दिखा है। गणना के दौरान मल-मूत्र, पेड़ों पर रगड़ के निशान, ट्रांजिट लाइन में पंजों के निशान से भी एक से अधिक बाघ होने के प्रमाण मिले हैं। बाघ के साथ ही तेंदुओं की संख्या में भी तेजी से इजाफा हो रहा है। रालामंडल में ही 2 से 3 तेंदुए होने के प्रमाण मिले हैं। यहां लगे कैमरे में आए दिन इनकी मौजूदगी के प्रमाण मिल रहे हैं। चोरल, महू, मानपुर और इंदौर रेंज के जंगलों में अकसर इनके द्वारा शिकार किए जाने, बसाहट में आने, जंगलों में दिखने, पेयजल स्रोत के पास आने के रूप में इन्हें देखा गया है।