पूर्व विधायक राज गोपाल रेड्डी ने छोड़ी भाजपा

हैदराबाद । भारतीय जनता पार्टी के टिकट पर पिछले साल मुनुगोड विधानसभा उपचुनाव में चुनाव लड़ने वाले कोमाटिरेड्डी राज गोपाल रेड्डी ने बुधवार को पार्टी से इस्तीफा देने की घोषणा की। रेड्डी के कांग्रेस में शामिल होने की संभावना है।
अक्टूबर में उपचुनाव लड़ने के लिये राज गोपाल रेड्डी ने पिछले साल अगस्त में कांग्रेस से नाता तोड़ कर भाजपा का दामन थाम लिया था। उन्होंने भाजपा के टिकट पर फिर से चुनाव लड़ा, लेकिन बीआरएस उम्मीदवार के. प्रभाकर रेड्डी से हार गए।
बुधवार को पत्रकारों से बात करते हुए, राज गोपाल रेड्डी ने दावा किया कि केंद्र द्वारा “मुख्यमंत्री के. चंद्रशेखर राव के भ्रष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं करने” से उन्हें दुख हुआ। उन्होंने कहा, हालांकि उनके मन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के प्रति सम्मान है और वह भाजपा छोड़ना नहीं चाहते थे, लेकिन “तेलंगाना समाज” ने “जनविरोधी” केसीआर को हटाने के लिए कांग्रेस को चुना। उन्होंने कहा कि पिछले साल कांग्रेस और विधायक पद इस‎लिए छोड़ दिया था क्योंकि उनका मानना था कि राष्ट्रीय स्तर पर कांग्रेस के कमजोर होने से भाजपा प्रदेश की जनविरोधी भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) सरकार को उखाड़ फेंकने में सक्षम होगी।
रेड्डी ने कहा कि उन्होंने अपने पूर्व कांग्रेस सहयोगियों और अपने क्षेत्र के लोगों के विचारों और इच्छाओं के अनुसार फिर से कांग्रेस में शामिल होने का फैसला किया।उन्होंने कहा कि वह मुनुगोड से दोबारा चुनाव लड़ना चाहेंगे।
उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस आलाकमान ने कहा तो वह सिद्दीपेट जिले के गजवेल से मुख्यमंत्री केसीआर के खिलाफ चुनाव लड़ेंगे। रेड्डी के भाजपा छोड़ने के फैसले के बारे में पूछे जाने पर पार्टी की राज्य इकाई के अध्यक्ष जी. किशन रेड्डी ने कहा कि यह रेड्डी का निजी फैसला था।

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