गाजा । इजरायल हमास युद्ध में जहां हमास ने 200 से ज्यादा इजलायली लोगों को अपने कब्जे में बंधक के तौर पर रखा हुआ है। वहीं हमास ने इन बंधकों को रिहा करने के लिए एक शर्त भी रख दी है। हालांकि हाल ही में इनमें से कुछ बंधकों को रिहा भी किया है। लेकिन बड़ी संख्या में अभी भी बंधक गाजा में हमास के कब्जे में ही है। जानकारी के अनुसार हमास के प्रमुख वार्ताकार खालिद मेशाल ने कहा है कि यदि हजरायल हमास पर बमबारी बंद कर देता है तो सभी बंधकों को सकुशल रिहा का दिया जाएगा। गौरतलब है कि हमास ने पहले भी कहा था कि वह बंधकों को कुछ शर्तों पर छोड़ सकता है और हाल ही में उसने फिर से यही बात दोहराई है। लेकिन हमसा के ये शर्तें शायद इजरायल को मंजूर नहीं है या इजरायल के लिए मानना असंभव है। हमास के एक प्रमुख वार्ताकार ने मीडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि हमास की बंधकों को लेकर मंशाएं साफ है। हमास के प्रमुख वार्ताकार खालिद मेशाल ने एक सात्क्षात्कार में 200 से अधिक बंधकों के भविष्य के बारे में बात की। उन्होंने कहा कि हमास इन लोगों को अपनी कैद से आजाद तभी करेगा जब इजरायल गाजा पर बमबारी की तीव्रता कम करेगा।
गौतलब है कि मशाल हमास में एक प्रभावशाली शख्स के तौर पर देखे जाते हैं। उन्होंने कहा कि पहले इजरायल को इस आक्रमण को रोकना होगा और आप देखेंगे कि कतर, मिस्र, कुछ अरब देश और अन्य इसका हल निकाल लेंगे जिससे बंधकों की रिहाई हो सके और हमें उन्हें उनके घर भेज देंगे। उन्होंने इस रिहाई के लिए अनुकूल स्थितियों के होने पर जोर दिया। मशाल का कहना है कि बंधकों को इजरायल के इस तीव्र हमलों के जारी रहने के बीच में नहीं छोड़ा जा सकता है। हम बेतरतीब बमबारी, सम्पूर्ण विनाश, और नरसंहार को रोकना चाहते हैं जिससे अक कसाम के सैनिक उनकी जगह से ले जाकर उन्हें रेड क्रास या किसी अन्य को सौंपने का काम कर सकें। इसलिए उनकी रिहाई के लिए सही हालात का होना बहुत जरूरी है।