भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स के चुनाव आज:- सुबह 9 से शाम 5 बजे तक वोटिंग, 38 पोलिंग बूथ बनाए; बिना मास्क के एंट्री नहीं

राजधानी के प्रतिष्ठित भोपाल चैंबर ऑफ कॉमर्स एंड इंडस्ट्री के चुनाव शनिवार को होंगे। सुबह 9 से शाम 5 बजे तक वोटिंग होगी। सोशल डिस्टेंसिंग बनी रहे, इसलिए 38 पोलिंग बूथ बनाए गए हैं। 1962 व्यापारी वोट डालेंगे, लेकिन बिना मास्क के किसी को भी एंट्री नहीं दी जाएगी। पहली बार CCTV कैमरों में वोटिंग प्रोसेस रहेगी।

चैंबर के चुनाव पिछले 4 महीने से सुर्खियों में बने हुए थे। कभी प्रशासन की रोक तो कभी चैंबर के ऑफिस में विवाद और फिर हाईकोर्ट में मामला पहुंचने से वोटिंग की डेट तय नहीं हो पाई थी। 27 नवंबर को चुनाव अधिकारियों ने चुनाव की डेट तय करने के लिए मीटिंग भी बुलाई थी, लेकिन मामला चुनाव में खर्च होने वाली राशि को लेकर अटक गया था। आखिरकार राशि का यह मामला भी सुलझा। 18 दिसंबर को कार्यवाहक अध्यक्ष ललित जैन ने चुनाव अधिकारी वरिष्ठ अभिभाषक रोहित श्रोती और आकाश तैलंग को राशि सौंप दी थी। इसके बाद चुनाव की डेट फाइनल की गई थी। 8 जनवरी को वोटिंग और 9 जनवरी को काउंटिंग होगी।

बड़े डोम में होगी वोटिंग, कोविड गाइडलाइन का पालन करने का दावा

चुनाव अधिकारी श्रोती ने बताया, सुबह 9 बजे से वोटिंग शुरू हो गई, जो शाम 5 बजे तक चलेगी। बड़े से डोम में 38 बूथ बनाए गए हैं। बेरिकेडिंग भी की गई है। इससे सोशल डिस्टेंसिंग रहेगी। डोम में एक-दूसरे को निर्धारित दूरी के हिसाब से बैठाया जाएगा। एक बार में 38 व्यापारी वोट डाल सकेंगे।

वोटिंग के लिए की गई व्यवस्था।

ऐसे सुर्खियों में बने रहे चुनाव

पहले चुनाव 29 अगस्त को होने वाले थे, लेकिन 26 अगस्त को SDM मनोज उपाध्याय ने कोविड गाइडलाइन का हवाला देकर चुनाव पर रोक लगा दी थी। इसके बाद कलेक्टर के कथित मौखिक आश्वासन का हवाला देते हुए मुकेश सेन ने 12 सितंबर को दूसरी तिथि घोषित की, लेकिन पर्यूषण पर्व का हवाला देते हुए चुनाव लड़ रहे प्रत्याशियों ने कार्यवाहक अध्यक्ष जैन के साथ चैंबर भवन पर कब्जा जमा लिया था। वहीं, सेन से इस्तीफा ले लिया गया। यह मामला काफी सुर्खियों में रहा।

आखिरकार तत्कालीन चुनाव अधिकारी सेन ने मीटिंग बुलाकर वोटिंग 14 नवंबर को कराने की घोषणा की थी, लेकिन इससे पहले 9 नवंबर को जबलपुर हाईकोर्ट ने चैंबर के कार्यवाहक अध्यक्ष जैन की याचिका पर सुनवाई की थी। जैन ने सचिव मुकेश सेन के चुनाव अधिकारी होने पर सवाल उठाते हुए 14 नवंबर को घोषित चुनाव पर रोक लगाने की मांग की थी।

इस पर हाईकोर्ट ने चुनाव अधिकारी सेन को चुनाव कार्यक्रम से बाहर करने के आदेश जरूर दिए, लेकिन चुनाव पर रोक लगाने से इंकार कर दिया था। साथ ही वरिष्ठ अभिभाषक रोहित श्रोती, आकाश तेलंग और आंशुल अग्रवाल को सहायक चुनाव अधिकारी नियुक्त किया था।

2 पैनलों के बीच मुख्य मुकाबला

इस बार के चुनाव में राजनीतिक रंग भी देखने को मिल रहा है। दो प्रमुख पैनल सद्भावना और प्रगतिशील के जयादातर कैंडिडेट्स BJP और कांग्रेस से जुड़े हैं। इस कारण चुनाव की शुरुआत से अब तक राजनीतिक रंग छाया रहा।

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