उज्जैन । प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री डॉ मोहन यादव शनिवार को स्थानीय होटल में शहर के चिकित्सकों के साथ जनसंवाद कार्यक्रम में शामिल हुए । मंत्री डॉ यादव ने कार्यक्रम में चिकित्सकों से संवाद करते हुए कहा कि उज्जैन शहर में विभिन्न क्षेत्र के लोगों के साथ संवाद स्थापित किए जा रहे हैं, ताकि शहर के विकास में उनकी ओर से आवश्यक सुझाव प्राप्त हो सके और उनकी समस्याओं का भी निराकरण किया जा सके ।
क्षेत्र विशेष में शासन की ओर से क्या सहयोग की अपेक्षा है और क्या-क्या कार्य किए जा सकते हैं, यह सब हमें बातचीत में तय करना है । मंत्री डॉ यादव ने कहा कि कोविड संक्रमण के दौरान चिकित्सकों ने जो सेवाएं दी है, इसके लिए हम चिकित्सकों के आभारी हैं और उनके अद्वितीय योगदान के लिए उन्हें धन्यवाद देते हैं ।
कोविड संक्रमण के दौरान हमें आपदा को अवसर के रूप में देखने का मौका मिला । मंत्री मंत्री डॉ यादव ने कहा कि प्रधान मंत्री द्वारा पूरे देश में चार मेडिकल डिवाइस पार्क की स्थापना करने की योजना है, इसमें उज्जैन शहर भी शामिल है ।
उज्जैन में मेडिकल डिवाइस पार्क बनेगा। इससे बड़े पैमाने पर सहायक उद्योग भी स्थापित किए जाएंगे । उज्जैन में वाणिज्य दूतावास भी खुलेगा । अंतरराष्ट्रीय स्तर पर यहां मेडिकल डिवाइस और इक्विपमेंट निर्मित किए जाएंगे । इससे स्थानीय लोगों को रोजगार मिलेगा ।
सरकार के द्वारा अस्पताल निर्माण पर सब्सिडी भी दी जा रही है । उज्जैन पूरे देश के केंद्र में है । आने वाले समय में 2 नेशनल हाईवे यहां से होते हुए जाएंगे । हवाई पट्टी को विस्तारित कर एयरपोर्ट बनाया जाएगा । साथ ही रेल यातायात भी बड़े पैमाने पर शुरू होगा ।
अमलतास देवास के बीच फोरलेन बनाया जाएगा । जिससे इंदौर जाने का 15 किलोमीटर का रास्ता और कम होगा । चिंतामण से लेकोडा होता हुआ हातोद से इंदौर एयरपोर्ट जाने का मार्ग बनाया जाएगा । मंत्री डॉ यादव ने कहा कि उज्जैन में विकास की बहुत संभावनाएं हैं। इंदौर की तरह एफ. ए आर. सेल पद्धति उज्जैन में लाई जाएगी।
जनसंवाद कार्यक्रम में चिकित्सकों द्वारा मंत्री के समक्ष कुछ सुझाव दिए गए – इनमें फ्रीगंज में अस्पताल क्लीनिक और पैथोलॉजी लैब के समीप पार्किंग की समस्या का निराकरण करने, बेसमेंट पार्किंग की परमिशन आसानी से मिलने, फ्रीगंज से अतिक्रमण हटाए जाने, डॉक्टर्स प्रोटेक्शन एक्ट और सुदृढ़ किए जाने, आगर रोड का विकास किए जाने, अस्पतालों के आसपास डीजे बजाने पर पूर्णतः प्रतिबंध लगाए जाने, न्यूरो सर्जरी के मरीजों के लिए मुख्यमंत्री स्वेच्छा अनुदान मद के अंतर्गत अनुदान बढ़ाए जाने और वृद्ध मरीजों के लिए शासन की ओर से और अधिक सुविधाएं मुहैया कराए जाने जैसे सुझाव दिए गए ।