उज्जैन । राष्ट्रीय विधिक सेवा प्राधिककरण नई दिल्ली एवं राज्य विधिक सेवा प्राधिकरण जबलपुर के निर्देशानुसार प्रधान जिला एवं सत्र न्यायाधीश/अध्यक्ष जिला विधिक सेवा प्राधिकरण, श्री पी.सी.गुप्ता के निर्देशन में राष्ट्रीय बालिका दिवस के उपलक्ष्य में विधिक जागरुकता एवं साक्षरता शिविर का आयोजन 24 जनवरी को वनस्टॉप सेंटर मुनि नगर में किया गया। इस अवसर पर उपस्थित बालिकाओं को संबोधित करते हुए प्राधिकरण के सचिव/जिला न्यायाधीश श्री अरविंद कुमार जैन ने बताया कि बालिकाओं के प्रति हिंसा को रोकने के लिये वर्तमा में विभिन्न कानून मौजूद हैं। इसके बावजूद भी बालिकाओं के प्रति अपराध की घटनाएं दिन-प्रतिदिन बढ़ती जा रही हैं, जिन्हें रोकने के लिए बालिकाओं को स्वयं आगे आना होगा। न्यायालय में चल रहे बहुत सारे प्रकरणों में बालिकाएं स्वयं घटना का समर्थन नहीं करती है जिससे दोषी व्यक्ति सजा से बच जाते है।
इस अवसर पर श्री अरविंद कुमार जैन ने बताया कि दोषी व्यक्तियों को सजा दिलाने के लिये स्वयं महिलाओं और बालिकाओं को आगे आना होगा, तभी इस प्रकार के घिनौने अपराधों पर अंकुश लग सकता है। पॉक्सो अधिनियम सहित विधिक सेवा प्राधिकरण की विभिन्न योजनाओं की जानकारी भी इस अवसर पर उनके द्वारा दी गई। जिला विधिक सहायता अधिकारी श्री दिलीप मुझाल्दा के द्वारा बढ़ते हुए साइबर काइम पर चिंता व्यक्त करते हुए बताया गया कि वर्तमान समय के एंड्रॉइड मोबाइल अपने आप में संपूर्ण दुनिया है, लेकिन हम सभी को टेक्नालॉजी का उपयोग सावधानीपूर्वक करना है। किसी भी स्थिति में हमें अपना पिन नंबर या ओटीपी किसी अनजान व्यक्ति को नहीं बताना है और न ही अपना मोबाईल किसी अन्य व्यक्ति को देना है। उन्होंने नालसा टोलफ्री नंबरों की जानकारी देते हुए विधिक सेवा प्राधिकरण की योजनाओं के बारे में बताया और आव्हान किया गया कि यदि किसी बालिका को कोई परेशानी होती है तो वह कार्यालय में आकर संपर्क कर सकती हैं।
कार्यकम में वनस्टॉप सेंटर की प्रशासक श्रीमती आभा शर्मा, काउंसलर श्रीमती कृति वर्मा, श्रीमती साधना केशवकर, श्रीमती स्वाति टकसाली एवं लगभग 24 बालिकाएं उपस्थित रही। इसी तारतम्य में मीटिंग हॉल एडीआर सेंटर जिविसेप्रा में मण्डल अभिभाषक उज्जैन के महिला अधिवक्ताओं के साथ में राष्ट्रीय बालिका दिवस के अवसर पर जागरुकला कार्यकम आयोजित का भ्रूण हत्या का कारण एवं उसका निराकरण विषय पर गोष्ठी का आयोजन कर विचार एक-दूसरे के विचारों को जाना गया तथा गोष्ठी कार्यकम पश्चात अंत में शपथ दिलाई गई। उक्त कार्यकम के अतिरिक्त शासकीय बालिका लालपुर, स्वाधार गृह, चरक भवन। तहसील न्यायालय परिसर, बडनगर खाचरौद, तराना एवं नागदा में विधिक साक्षरता/जागरुकता शिविर का आयोजन किया गया। उपरोक्तानुसार समस्त विधिक साक्षरता शिविरों के माध्यम से लगभग 371 लोगों को नालसा एवं सालसा की समस्त लोक कल्यागकारी योजनाओं की जानकारी देकर लाभांवित किया गया।