उज्जैन । उच्च शिक्षा मंत्री डॉ.मोहन यादव ने राष्ट्रीय मतदाता दिवस 25 जनवरी को होने के कारण उज्जैन में वार्ड-40 में मतदाता सम्मान समारोह के अवसर पर मतदाताओं का आत्मीय सम्मान किया। इस अवसर पर उच्च शिक्षा मंत्री ने मतदाता को राष्ट्रीय मतदाता दिवस की जानकारी देते हुए बताया कि मतदाताओं के मत की सबसे बड़ी शक्ति है और लोकतंत्र के इस महायज्ञ में इनका महत्व और अधिक हो जाता है। मतदाताओं के आशीर्वाद से ही विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र में निर्वाचन की प्रक्रिया पूर्ण होती है। उच्च शिक्षा मंत्री ने मतदाता सम्मान समारोह में उक्त आशय के विचार व्यक्त किये। इस अवसर पर उन्होंने मतदाता वृद्ध महिला श्रीमती रेशमबाई, श्री विपीन त्रिवेदी, श्री चरणजीतसिंह कालरा, श्री रवीन्द्र मोहाड़कर सहित अन्य का सम्मान कर उनसे आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर श्री जगदीश पांचाल, श्री पंकज मिश्रा, श्री आनन्दसिंह खिची, श्री पर्वतसिंह जाट, श्री राजा कालरा, श्री अनिल गुप्ता, श्री हरीश सोलंकी, श्री विक्रम मल्होत्रा सहित अनेक पदाधिकारी उपस्थित थे।
उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय मतदाता दिवस हर साल 25 जनवरी को मनाया जाता है। यह दिवस भारत के प्रत्येक नागरिक के लिये अहम है। इस दिन भारत के प्रत्येक नागरिक को अपने राष्ट्र के प्रत्येक चुनाव में भागीदारी की शपथ लेनी चाहिये, क्योंकि प्रत्येक व्यक्ति का वोट ही देश के भावी भविष्य की नींव रखता है। इसलिये हरेक व्यक्ति का वोट राष्ट्र के निर्माण में भागीदार बनता है। देश में जितने भी चुनाव होते हैं, उनको निष्पक्षता से सम्पन्न कराने की जिम्मेदारी भारत निर्वाचन आयोग की होती है। भारत निर्वाचन आयोग का गठन भारतीय संविधान के लागू होने से एक दिन पहले 25 जनवरी 1950 को हुआ था। क्योंकि 26 जनवरी 1950 को भारत एक गणतांत्रिक देश बनने वाला था और भारत में लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं से चुनाव कराने के लिये निर्वाचन आयोग का गठन जरूरी था। इसलिये 25 जनवरी 1950 को भारत निर्वाचन आयोग का गठन हुआ। उल्लेखनीय है कि भारत सरकार ने वर्ष 2011 से हर चुनाव में लोगों की भागीदारी बढ़ाने के लिये निर्वाचन आयोग के स्थापना दिवस 25 जनवरी को ही राष्ट्रीय मतदाता दिवस के रूप में मनाने की शुरूआत की थी और तब से हर साल 25 जनवरी को राष्ट्रीय मतदाता दिवस मनाया जाता है।